तनाव में परिवार…कुतिया कुत्ते की मौत मरी वाले ट्वीट से चर्चित हुए दधिच की ये है पूरी कहानी

एक कुतिया कुत्ते की मौत क्या मरी सारे पिल्ले एक सुर में बिलबिला रहे हैं’ वाला ट्वीट करने वाले निखिल दधीचि अभी भी सोशल साइट्स पर सुर्खियों में बने हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा फॉलो किए जाने वाले दधीचि का ये ट्वीट पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या (5 सितंबर) के तुरंत बाद किया गया। दधीचि के इस ट्वीट को पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या से जोड़कर देखा गया। जब उनसे ट्वीट के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया, ‘ये एक साधारण ट्वीट था।’ ट्विटर पर दधीचि खुद को हिंदू राष्ट्रवादी कहते हैं जिन्हें ट्विटर पर 31 हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। विवादित ट्वीट करने के तीन दिन के भीतर उनके फॉलोअर्स में करीब तीन हजार लोग और जुड़े। ट्विटर प्रोफाइल में खुद को हिंदू राष्ट्रवादी और पीएम मोदी द्वारा फॉलो किए जाने पर गर्व महसूस करने वाले दधीचि ने ट्वीट के बाद अपनी प्रोफाइल बदल ली है।

बातचीत में दधीचि ने बताया, ‘बहुत सारे लोगों ने गौरी लंकेश की मौत पर सकारात्मक और नकारात्मक ट्वीट किए। मैं गौरी लंकेश से कभी नहीं मिला और ना ही उनका कभी नाम सुना। ट्वीट से पहले मुझे कोई नहीं जानता था। कुछ लोगों ने मेरे ट्वीट को राजनीतिक एंगल दिया और विवाद पैदा किया। मुझे अंजान फोन आए जिनसे अच्छे और बुरे दोनों तरह के अनुभव हुए।’ दधीचि आगे कहते हैं, ‘मुझे खुद नहीं पता कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ट्विटर पर क्यों फॉलो करते हैं। पिछले संसदीय चुनाव में मैंने उन्हें आखिरी बार देखा था। मैं ट्विटर सहित सोशल मीडिया पर सक्रिय रहा हूं। जहां पीएम मोदी ने मुझे खोजा। जो स्वामी विवेकानंद के साथ मेरे आदर्श रहे हैं।’

बता दें कि मूल रूप से राजस्थान के बीकानेर के रहने वाले दधीचि नियमित रूप से आरएसएस शाखा में जाते रहे हैं। पंद्रह साल पहले सूरत जाने से पहले उन्होंने महर्षि दयानंद सरस्वती यूनिवर्सिटी (एमडीएस) से ग्रेजुएशन किया। दधीचि सूरत में भी नियमित रूप से शाखा जाते हैं। दधीचि अपनी पत्नी और दो बच्चों सहित बड़े भाई के साथ रहते हैं। उनके पास रिंग रोड इलाके में हरि ओम मार्केट में एक दुकान है जो एक साल के लिए बंद कर दी गई है। हालांकि सलाबतपुरा के भाटना क्षेत्र में एक उनका एक महिला गारमेंट फर्म है।

दधीचि कहते हैं कि मेरे ट्वीट के बाद तूफान पैदा हो गया। मेरा परिवार तनाव में था। मेरे बड़े भाई जयंत और रिश्तेदारों ने मुझे सलाह दी की मैं किसी रिश्तेदार के यहां चला जाऊं। और अपना फोन स्विच ऑफ कर लूं। लेकिन सोशल मीडिया पर सक्रिय दोस्तों ने मेरा समर्थन किया। दधीचि के अनुसार उन्हें केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और भाजपा उत्तरी गुजरात मीडिया सेल के इंचार्ज पराग सेठ भी फॉलो करते हैं।

दूसरी तरफ तरफ भाजपा नेता पराग सेठ से पूछा तो उन्होंने कहा, ‘हां मैं दधीचि को फॉलो करता हूं। लेकिन मुझे नहीं लगता कि कभी मेरी उनसे मुलाकात हुई हो। पार्टी में भी वो किसी पद पर नहीं है। दधीचि सूरत या कहीं और के रहने वाले भी हो सकते हैं।’ दधीचि के ट्वीट पर सेठ कहते हैं, ‘अगर ये ट्वीट पत्रकार गौरी लंकेश से जुड़ा था तो मुझे लगता है कि ये बुरा ट्वीट था और इसकी निंदा करनी चाहिए।’

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