15 साल की नाबालिग लड़की ने बयाँ की उसके साथ दो साल से हो रहे बलात्कारों की दिल दहलाने वाली आपबीती
झारखंड की एक नाबालिग लड़की को खरीदकर उसके साथ वहशत को अंजाम देने वाला मामला सामने आया है। दिल्ली से सटे फरीदाबाद के बीके अस्पताल में लड़की का इलाज चल रहा है। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक पीड़िता ने बदहवास हालत में दिल दहलाने वाली आपबीती बयां की है। लड़की ने पुलिस को बताया कि मां-बाप की सड़क हादसे में मौत के बाद उसकी और उसके भाइयों की देखभाल के लिए कोई नहीं बचा था, इसलिए उसकी दादी झारखंड के गोड्डा स्थित उसके घर में रहने आई। दादी बहुत बुरी तरह पेश आती थी। दो साल पहले दादी ने सुरेंदर नाम के एक शख्स को उसे 4000 रुपये में बेच दिया। सुरेंदर उसे दिल्ली ले आया। लड़की ने बताया कि जिस दिन उसने सुरेंदर के घर में कदम रखा, वह उस पर दरिंदों की तरह टूट पड़ा, उसे मारता-पीटता था और उसके साथ बलात्कार करता था।
लड़की ने बताया कि जब सुरेंदर को उसके जरिये पैसे कमाने होते थे तो कुछ दिनों को लिए बलात्कार रोक देता था ताकि किसी घर में नौकरानी का काम करने के लिए वह फिट लगने लगे। कुछ दिन के लिए एक घर में उसे जब कामवाली का काम मिला तो वह सुरेंदर की दरिंदगी से बची रही। लेकिन जब उस जगह उसका कॉन्ट्रैक्ट खत्म हुआ तो सुरेंदर ने अपने दोस्त मनी मिश्रा के यहां उसे काम पर रखवा दिया। लड़की ने बताया कि मनी मिश्रा सुरेंदर से भी बड़ा दरिंदा निकला। उसने उसकी कमाई के 30 हजार रुपये छीन लिए और उसके साथ दरिंदगी को अंजाम देने लगा। लड़की ने बताया कि मनी मिश्रा उसके पैर बांधकर उसे सिगरेट से जगह जगह जलाता था और उसके साथ रसोई में बलात्कार करता था, इस दौरान उसकी पत्नी और बच्चे किचन के बाहर खड़े यह सब होता हुआ देखते थे। मनी मिश्रा किचन की लाल रंग की चाकू लेकर उसे धमकाता था कि अगर मुंह से जरा सी भी आवाज निकाली तो भौंक देगा।
रविवार (28 जनवरी) को पीड़िता किसी तरह भागने में सफल हुई। रास्ते में दो युवकों को उसने आपबीती बताई। उसकी आंखें सूजी हुई थी। बदन सिगरेट से झुलसा हुआ था। बदन पर कई जगह उसके जख्मों पर बंधी पॉलीथीन से खून बह रहा था। फरीदाबाद के डीसीपी (सेंट्रल) ने मीडिया को बताया- ”आरोपियों और उनके परिवार को दबोचने के लिए एक खास टीम का गठन किया गया है। हमारी टीम उनकी तलाश कर रही है। हम इस बात की भी जांच करेंगे कि कहीं लड़की की इस दैनीय हालत के लिए उसकी दादी की भूमिका तो नहीं है।” बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए हरियाणा राज्य आयोग के सदस्य बाल कृष्ण गोयल ने मीडिया को बताया कि यह घटना जघन्य श्रेणी की है, लेकिन अभी लड़की की हालत सबसे अहम है।