पाकिस्तान के इस मंत्री ने पत्नी को 3 गोलियां मरने के बाद अपने सर मे गोली मारकर की आत्महत्या
पाकिस्तान के प्रांतीय मंत्री मीर हजार खान बीजारानी और उनकी पत्नी फरीहा रज्जाक गुरुवार (1 फरवरी) को करांची स्थित उनके आवास पर मृत पाए गए थे। पुलिस का कहना है कि उसने इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझा ली है। स्थानीय मीडिया के अनुसार पुलिस ने सीसीटीवी और मौका-ए-वारदात से बरामद साक्ष्यों के आधार पर शुक्रवार (2 फरवरी) को बताया कि बीजारानी ने ही पहले अपनी पत्नी को गोली मारी थी और फिर खुदकुशी कर ली। पुलिस ने बताया बीजारानी ने जिस हथियार से पत्नी को गोली मारी उसी से खुद को गोली मार ली थी। मंत्री ने पत्नी को तीन और खुद को एक गोली मारी थी। पाकिस्तानी चैनल जियो न्यूज के मुताबिक पुलिस को शक है कि घरेलू विवाद के चलते यह घटना हुई। पुलिस ने एक प्रेस रिलीज जारी कर बताया कि शुरुआती रिपोर्ट्स में खुलासा हुआ है कि वारदात वाली जगह से बरामद की गई सभी गोलियां एक ही हथियार से चलाई गई थीं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि मंत्री के सिर पर एक गोली लगने का जख्म था, जबकि पत्नी को तीन गोलियां मारी गई थीं। बीजारानी पाकिस्तान की पीपल्स पार्टी के दिग्गज नेता और सिंध प्रांत में योजना एवं विकास मंत्री थे। बीजारानी की पत्नी फरीहा रज्जाक एक जानी-मानी पत्रकार थीं और जंग ग्रुप के साथ बतौर डायरेक्टर पब्लिक रिलेशंस काम कर चुकी थीं। शुक्रवार की नमाज के बाद मंत्री और उनकी पत्नी के अंतिम संस्कार की प्रार्थना की गई। उनकी पत्नी का अंतिम संस्कार करांची के रक्षा आवास प्राधिकरण क्षेत्र में किया गया और बीजारनी के लिए काशमोर में प्रार्थना की गई। सिंध प्रांत के सूचना मंत्री नासिर शाह ने बताया कि बीजारानी अपने कबीले के मुखिया होने के बावजूद सादा जीवन बिताते थे। उन्होंने कहा कि बीजारानी ने कभी प्रोटोकॉल और सुरक्षा को अहमियत नहीं दी।
नासिर शाह ने कहा कि इस मामले के अगर कोई दोषी पकड़ा जाता है तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। स्थानीय मीडिया के अनुसार वारदात के वक्त बीजारानी के बेटे मीर शब्बीर अली बीजारानी बिलावल भुट्टो के घर पर एक बैठक कर रहे थे। बीजारानी एक रसूखदार परिवार से ताल्लुक रखते थे। उनका जन्म 10 जुलाई 1946 को सिंध के करमपुर गांव में हुआ था। उन्होंने नेशनल कॉलेज कराची से बीए और सिंध मुस्लिम लॉ कॉलेज से एमए और एलएलबी की पढ़ाई की थी।