कासगंज हिंसा: यूपी पुलिस ने एक और आरोपी, राहत कुरैशी को किया गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश पुलिस ने कासगंज सांप्रदायिक हिंसा में शामिल एक अन्य आरोपी राहत कुरैशी को गिरफ्तार कर लिया है। कुरैशी कासगंज के इस्माइलपुर रोड का रहने वाला है। रिपोर्ट्स के मुताबिक शनिवार की सुबह यह गिरफ्तारी हुई है। इससे पहले पुलिस ने बुधवार को इस हिंसा में मारे गए 22 वर्षीय चंदन गुप्ता की हत्या के मुख्य आरोपी सलीम की गिरफ्तारी की थी। पुलिस ने कासगंज से ही उसको गिरफ्तार किया था। सलीम पर आरोप है कि उसने गणतंत्र दिवस के दिन छत से चंदन को गोली मारी थी। पुलिस ने चार दिनों की तलाशी के बाद सलीम को गिरफ्तार किया था। दरअसल, 26 जनवरी के दिन कासगंज में हुई सांप्रदायिक हिंसा में चंदन गुप्ता नाम के युवक की मौत हो गई थी। वहीं अकरम नाम के युवक की एक आंख फोड़ दी गई थी। चंदन की हत्या के मामले में सलीम को मुख्य आरोपी बनाया गया था। कासगंज के डीएम आरपी सिंह ने खुलासा किया था कि चंदन के ऊपर छत से गोली चलाई गई थी। सलीम को खोजते हुए यूपी पुलिस उसके घर भी गई थी, जहां ताला लगा हुआ था। उसे तोड़कर सलीम के घर की तलाशी ली गई थी।
बता दें कि गणतंत्र दिवस के मौके पर कासगंज में दो समुदायों के बीच झड़प हो गई थी। देखते ही देखते झड़प ने हिंसा का रूप ले लिया था। इसी हिंसक भिड़ंत में चंदन की मौत हो गई थी। चंदन की मौत के बाद उसके पिता ने सुरक्षा भी मुहैया करा दी गई है। चंदन के पिता ने आरोप लगाया था कि उन्हें कुछ लोग फोन करके धमकियां दे रहे हैं, जिसके बाद उन्हें और उनके परिवार को सुरक्षा मुहैया कराई गई। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाइक ने कासगंज हिंसा की आलोचना करते हुए इसे कलंक करार दिया। उन्होंने इस घटना पर तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि दो समुदायों के बीच हुई यह हिंसक भिड़ंत एक ‘कलंक’ और ‘शर्मनाक’ है। राम नाइक ने इस मामले में गहराई से जांच करने की बात भी कही।