माचिस नहीं लौटाई तो कर दी शिकायत, चिट्ठी वायरल हुई तो पुलिस ने कहा- न दें तो बताइएगा
आप लोगों ने किसी सरकारी विभाग का नोटिस या आवेदन कभी ना कभी तो पढ़ा ही होगा। सरकारी कार्यालयों में कोई भी आदेश, निर्देश या शिकायत लिखित तौर पर ही की जाती है। कोई भी मामला हो, सरकारी विभाग में उसे लिखित तौर पर करना जरूरी नियम है, फिर भले ही वह मामला एक माचिस उधार लेने की शिकायत का ही क्यों ना हो। जी हां, बिल्कुल सही सुना आपने, माचिस उधार लेने की शिकायत का मामला। अब आप लोग सोच रहे होंगे कि ऐसा कौन करेगा, तो आपको बता दें कि यह मामला है उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के बिजली विभाग का। यहां एक सहायक अभियंता ने अपने वरिष्ठ अधिकारी द्वारा माचिस उधार लेने के मामले में लिखित में शिकायत की है। यह शिकायत का आवेदन इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। चिट्ठी इतनी वायरल हो गई कि यूपी पुलिस को भी इस मामले में दखल देना पड़ गया। एडिशनल एसपी राहुल श्रीवास्तव ने ट्वीट कर कहा, ‘न दें तो बताइएगा, विधिक कार्रवाई की जाएगी।’
क्या लिखा है चिट्ठी में?
मुरादाबाद बिजली विभाग में सहायक अभियंता सुशील कुमार ने कार्यालय सहायक मोहित को शिकायत पत्र लिखकर बताया कि दफ्तर में काम ज्यादा होने के कारण देर रात तक काम करना पड़ रहा है। 3 जनवरी 2018 की शाम दफ्तर में काम करते वक्त करीब 8.40 बजे उनके द्वारा माचिस ली गई थी, जिसमें 19 तिलियां थीं, लेकिन 1 फरवरी हो जाने के बाद भी माचिस नहीं लौटाई गई। इस वजह से रात-बेरात बिजली चले जाने पर परेशानी उत्पन्न हो रही है। इसके साथ ही शिकायत पत्र में यह भी लिखा है कि अगर कोई कदम नहीं उठाया गया तो उचित कार्रवाई भी की जाएगी। पत्र में लिखा है, ‘आपको निर्देशित किया जाता है कि पत्र प्राप्ति के तीन दिनों के अंदर उक्त माचिस को वापस करना सुनिश्चित करें, ताकि भविष्य में कोई भी विवाद की स्थिति न बने और आपसी विश्वास बना रहे, अन्यथा की स्थिति में किसी भी कार्रवाई के लिए आप स्वयं जिम्मेदार होंगे।’ इस पत्र में बकायदा सील भी लगाई गई है।
यह पत्र इस वक्त काफी वायरल हो रहा है। कुछ लोग कह रहे हैं कि चवन्नी की माचिस के लिए 1 रुपए का पेपर और 10 मिनट का समय बर्बाद कर दिया गया। वहीं कुछ लोग कह रहे हैं कि इस बात की शिकायत राष्ट्रपति जी से की जानी चाहिए थी। कुछ लोग पत्र लिखने वाले की लिखावट की तारीफ कर रहे हैं। एक ट्विटर यूजर ने लिखा है कि इस मामले पर जल्द कार्रवाई करके माचिस लौटाई जाए।