अंकित सक्सेना मर्डर: लड़की बोली- सब खत्म हो गया, मामी ने कहा- हम सब बेचकर गोरखपुर चले जाएंगे
आनंद मोहन जे, सौम्या लखानी
दिल्ली के 23 वर्षीय फोटोग्राफर अंकित सक्सेना की एक मुस्लिम लड़की से प्रेम करने पर हत्या कर दी गई। जिस लड़की से वह प्यार करता था, उसी के पिता ने अंकित का गला रेत दिया। लड़की के मां-बाप गिरफ्तार हो चुके हैं और उसका घर बंद है। दो दिन पहले अंकित की हत्या के बाद, 20 वर्षीय युवती ख्याला पुलिस थाने पर रुकी हुई थी। डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (वेस्ट) विजय सिंह ने कहा, ”हमने लड़की के घरवालों को उसे वापस ले जाने के लिए मनाने की कोशिश की मगर वे इच्छुक नहीं थे इसलिए हमने उसे बाल कल्याण समिति (CWC) के सामने पेश किया। कई ऐसे मामले हैं जिनमें बालिगों को CWC के सामने पेश किया जाता है जब उनके पास जाने की कोई जगह नहीं होती या उन्हें धमकियां मिल रही होती हैं। लड़की ने CWC को बताया है कि वह अपने परिवार के साथ नहीं रहना चाहती।” लड़की के कुछ रिश्तेदार उसी कॉलोनी में रहते हैं और कुछ यूपी के सहारनपुर और गोरखपुर में। उन्होंने द संडे एक्सप्रेस को बताया कि वे उसे साथ रखने से ‘डर’ रहे हैं। शनिवार दोपहर लड़की की मामी, चचेरी बहनों और 12 साल की बहन ने थाने में उससे मुलाकात की।
पुलिस ने उनसे लड़की को घर ले जाने को कहा। उसकी मामी ने कहा, ”वह रोती रही, बेसुध थी। हमने पुलिस को बताया कि हम उसे अपने साथ घर नहीं ले जा सकते। वह लगातार अंकित, अपने माता-पिता के बारे में पूछती रही और बोली कि उसके लिए सब खत्म हो गया।” लड़की के मां-बाप और चाचा न्यायिक हिरासत में हैं जबकि उसके नाबालिग भाई को बाल सुधार गृह में रखा गया है।
शनिवार सुबह कॉलोनी की 5 गलियों में हथियारबंद पैरामिलिट्री जवान और दिल्ली पुलिस कमांडो की यूनिटें तैनात कर दी गईं। लड़की के घरवाले पूरे दिन घर में टीवी सेट से चिपके रहे। पार्लर चलाने वाली लड़की की कजन ने कहा, ”हमने शुक्रवार से घर से बाहर नहीं निकले। हमने अपना ब्यूटी पार्लर भी नहीं खोला। डर है कि हम पर हमला हो जाएगा। हम उसे (युवती) यहां नहीं ला सकते।”
शुक्रवार को ही उनसे पार्लर खाली करने को कहा गया। लड़की की मामी ने कहा, ”हम यहां 9 साल से रह रहे हैं, लेकिन अब घर बेचकर शायद गोरखपुर चले जाएंगे… इतनी बदनामी और इतने डर के बाद यहां कैसे रहें।” लड़की की मां जो पार्लर चलाती थी, वह अब बंद कर दिया गया है। मकान मालिक विनोद कुमार ने कहा, ”बजरंग दल के सदस्यों ने मुझको धमकाया। पूछा कि मैंने अल्पसंख्यक समुदाय को दुकान क्यों दी। उन्होंने कहा कि अगर दुकान खाली नहीं की तो हम नष्ट कर देंगे।”