पेंटागन की परमाणु रिपोर्ट का चीन ने किया विरोध, कहा- शीतयुद्ध की मानसिकता छोड़ दे अमेरिका
चीन ने अमेरिका से शीत युद्ध की मानसिकता छोड़ने और उसके सैन्य विकास पर एक निष्पक्ष नजरिया बनाने को कहा है। दरअसल, चीन ने पेंटागन की उस रिपोर्ट की आलोचना की है जिसमें बीजिंग को एशिया में अमेरिकी हितों के खिलाफ एक बड़ी चुनौती के तौर पर दिखाया गया है। पेंटागन ने शुक्रवार को ‘न्यूकलियर पोस्चर रिव्यू’ जारी किया जिसमें इसने कहा है कि अमेरिका चीन को इस निष्कर्ष पर पहुंचने से रोकना चाहता है कि परमाणु हथियारों का किसी तरह का इस्तेमाल ( हालांकि सीमित मात्रा में) स्वीकार्य है।
चीन ने कहा कि यह अमेरिकी रक्षा विभाग द्वारा प्रकाशित इस रिपोर्ट का पुरजोर विरोध करता है। साल 2010 से पेंटागन की प्रथम रिपोर्ट में चीन को एशिया में अमेरिकी हितों के लिए सबसे बड़ी चुनौती बताया गया है। यह 74 पन्नों की रिपोर्ट है। चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता रेन गुओकियांग ने कहा कि अमेरिकी दस्तावेज ने संभवत: चीनी विकास के पीछे के इरादों का आकलन किया है और चीन की परमाणु क्षमता को खतरे के तौर पर पेश किया है।
प्रवक्ता रेन गुओकियांग ने कहा, ‘‘हम आशा करते हैं कि अमेरिका अपनी शीत युद्ध की मानसिकता छोड़ेगा, परमाणु निरस्त्रीकरण की अपनी खुद की खास और प्राथमिक जिम्मेदारी को निभाएगा, चीन के सामरिक इरादों को सही से समझेगा और चीन की राष्ट्रीय रक्षा और सैन्य विकास पर एक निष्पक्ष विचार बनाएगा।