बीजेपी एमएलए ने कहा- जो आरएसएस की शाखा में नहीं जाता, वह हिंदू नहीं!
हैदराबाद के गोशामहल से भाजपा विधायक टी राजा सिंह ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि जो कोई भी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखाओं में हिस्सा नहीं लेता है वह हिन्दू कहलाने लायक नहीं है। उन्होंने कहा, “राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की जहां-जहां शाखाएं लगती हैं, 101 पर्सेन्ट वहां-वहां आपको जाना है और जो व्यक्ति इस शाखा में नहीं जाता है वो अपने को हिन्दू कहना भूल जाय।” यह पहली दफा नहीं है जब राजा ने किसी तरह का विवादित बयान दिया हो, पांच दिन पहले ही उन्होंने कासगंज हिंसा पर भी विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि अगर राज्य सरकार कासगंज के मुस्लिमों के घरों की तलाशी लेगी तो हरेक घर से एके-47 रायफल मिलेंगे। उन्होंने यह भी कहा था कि आप भारत में रहते हैं और तिरंगा यात्रा में व्यनधान कर उसका अपमान करते हैं, इसका मतलब आप पाकिस्तान जिंदाबाद कहने वाले लोग हैं।
टी राजा सिंह हैदराबाद में राजा भैया के नाम से भी मशहूर हैं। उनकी छवि कट्टर हिन्दू नेता के रूप में है। राजा सबसे पहले तब चर्चा में आए थे जब हैदराबाद स्थित उस्मानिया यूनिवर्सिटी में बीफ फेस्टिवल पर विवाद हुआ था। उन्होंने बीफ फेस्टिवल का विरोध किया था और कहा था कि किसी कीमत पर यह फेस्टिवल होने नहीं देंगे। बीजेपी के इस विधायक ने तब कहा था कि उनकी जिंदगी का एक ही मकसद है-गोरक्षा। राजा सिंह ने 2009 में तेलुगु देशम पार्टी ज्वाइन करके राजनीति की शुरुआत की थी। 2014 में वह बीजेपी में शामिल हो गए और गोशमहल सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी को हराकर पहली बार विधानसभा पहुंचे हैं।
टी राजा के मौजूदा बयान को चुनावी राजनीति के चश्मे से देखा जा रहा है। इस साल देश के कुल आठ राज्यों में विधान सभा चुनाव होने हैं। इस लिहाज से हिन्दू और हिन्दुत्व को लेकर देशभर में लामबंदी की मुहिम जारी है। गुजरात चुनाव से पहले तक सेक्यूलर कहलाने वाली कांग्रेस भी इस मुहिम में कूद पड़ी है। गुजरात चुनाव के दौरान हिन्दू वोटरों को लामबंद करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ना सिर्फ दर्जनभर से अधिक मंदिरों में जाकर पूजा अर्चना करते दिखे बल्कि उनके जनेऊधारी हिन्दू होने का दावा भी कांग्रेस की तरफ से किया गया।