भरवां व्यंजन- भरवां परवल
परवल की सब्जी सामान्यतया सभी जगह खाई जाती है। कुछ लोग आलू के साथ इसकी रसेदार सब्जी बनाते हैं, तो कुछ लोग सूखी भुजिया के रूप में खाते हैं। मगर कई लोगों को परवल बिल्कुल पसंद नहीं होता, जबकि इसमें अनेक गुण होते हैं। इसमें विटामिन-ए, विटामिन-बी1, विटामिन बी2 और विटामिन-सी के अलावा कैल्शियम भी भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो कैलोरी की मात्रा कम कर कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करता है। सौ ग्राम परवल के छिलकों में 24 कैलोरीज होती है और इसमें मैग्नीशियम, पोटैशियम, फास्फोरस भी भरपूर मात्रा में होता है। आयुर्वेद के अनुसार परवल में त्वचा के रोग, बुखार और कब्ज की समस्याओं को खत्म करने वाले औषधीय गुण होते हैं। परवल के बीज में कब्ज दूर करने के गुण होते हैं। ये रक्त में शर्करा और फैट्स को नियंत्रित करते हैं। पेशाब संबंधी रोगों और मधुमेह की समस्या के लिए भी परवल बेहद लाभदायक है। परवल में भरपूर मात्रा में फाइबर्स होते हैं, जो पाचन तंत्र को मजबूत बनाते हैं। आयुर्वेद के अनुसार गैस की समस्या होने पर परवल को इलाज के तौर पर अपनाया जाता है।
इसके अलावा खून साफ करने, कफ की समस्या होने पर भी परवल असरदार माना जाता है। परवल एंटीआॅक्सीडेंट्स से भरपूर होता है, जो बढ़ती उम्र के निशानों, जैसे झाइयों, झुर्रियों और बारीक रेखाओं को कम कर त्वचा में कसाव लाने में मदद करते हैं। तनाव से निपटने में भी यह सहायक है। आयुर्वेद के अनुसार परवल शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ा कर बीमारियों से लड़ने में मदद करता है। परवल के सेवन से पेट के कीड़े मर जाते हैं। यह पीलिया के उपचार में भी सहायक है। परवल की सब्जी खाने से पेट की सूजन दूर होती है, और पेट में पानी भरने की गंभीर समस्या में लाभ होता है।
भरवां परवल बनाने की विधि
आलू के साथ रसेदार या फिर भुजिया के रूप में परवल तो सामान्य रूप से सभी खाते हैं, पर इसी को भरवां बनाएं तो खाने का मजा दोगुना हो जाता है। भरवां परवल बनाना बहुत आसान है। इसे बनाने के लिए पहले परवल को साफ कर लें। ध्यान दें- परवल का छिलका न उतारें। चाकू की मदद से इसके दोनों सिरों को हटा दें। अब सावधानी से चीरा लगाएं, जैसे भरवां करेला बनाने के लिए लगाते हैं। चीरा कुछ इस तरह लगाएं कि परवल दो हिस्सों में न बंट जाए, चिपका रहे। बस उसका गूदा निकालने और फिर भरावन भरने की गुंजाइश बन सके। अब चाकू या पीलर की मदद से सावधानीपूर्वक उसके भीतर का सारा गूदा निकाल लें। अब इस गूदे को मिक्सर में दरदरा पीस लें या खरल में कूट लें, ताकि उसके बीज पिस जाएं। क्योंकि सब्जियों के बीज सीधा खाने से वे भोजन नली में समस्या पैदा कर सकते हैं। पीस लेने से उनके गुण तो बने रहते हैं, पर भोजन नली में किसी तरह की रुकावट पैदा नहीं करते।
इस पिसे हुए गूदे में एक मध्यम आकार का बारीक कटा प्याज, मसला हुआ उबला आलू या पनीर, हरा धनिया पत्ता, हरी मिर्च और अदरक के महीन टुकड़े काट कर मिला लें।
एक पैन या कड़ाही में दो चम्मच तेल गरम कर राई, साबुत धनिया, सौंफ और जीरे का तड़का दें। तड़के में आधा टी-स्पून हींग पाउडर भी डालें। जब तड़का तैयार हो जाए तो परवल के गूदे के साथ मिलाई सामग्री को उसमें डालें और ऊपर से थोड़ा-सा सब्जी मसाला, लाल मिर्च पाउडर एक चम्मर कुटा हुआ सरसों, सौंफ पाउडर और अमचूर पाउडर डाल कर मिलाते हुए पका लें। भरावन तैयार है। उसे ठंडा होने के लिए रख दें। अब गूदा निकाले हुए परवल लें और सबमें अंगूठे से दबाते हुए भरावन भर लें।
एक पैन या कड़ाही में दो-तीन चम्मच तेल गरम करें और भरे हुए परवलों को कटे हुए हिस्से को ऊपर की तरफ रखते हुए पकने को रख दें। आंच धीमी रखें और कड़ाही को ऊपर से ढंक दें। थोड़ी-थोड़ी देर में पलटते हुए परवलों को सभी तरफ से पका लें। भरवां परवल दाल-चावल या फिर परांठे के साथ खाएं। गरम खाएं या ठंडा, इसका स्वाद लाजवाब होगा।
चावल भरी शिमला मिर्च
शिमला मिर्च की सब्जी तो सभी खाते हैं, पर उसमें चावल भर कर पकाएं और खाकर देखें, स्वाद भुलाए न भूलेगा। इसके लिए शिमला मिर्च के डंठल के चारों ओर चाकू से काटते हुए बीज सहित उसका डंठल हटा लें। भीतर अगर बीज रह गए हों तो उन्हें झाड़ कर हटा लें।आधा कटोरी ठंडे दूध में केसर के चार-छह दाने जाल कर पंद्रह-बीस मिनट के लिए घुलने दें। अब शिमला मिर्च में भरने के लिए आधा पका हुआ चावल लें और उसकी खोल में ठीक से भर दें। उसमें ऊपर से एक साबुत लौंग लगा दें। चावलों के ऊपर आधा चम्मच देसी घी और फिर दूध में भिगोए केसर एक-एक चम्मच डाल दें। एक ढक्कनदार कड़ाही में दो-तीन चम्मच तेल गरम करें और भरी हुई शिमला मिर्चों को भरे हुए हिस्से को ऊपर की तरफ रखते हुए पकने के लिए रख दें। आंच धीमी रखें और कड़ाही पर ढक्कन लगा दें। दस-पंद्रह मिनट तक इसी तरह पकने दें। जब शिमला मिर्च पक कर नरम हो जाएं तोआंच बंद कर दें। चावल भरी शिमला मिर्च खाने के लिए तैयार है। अगर चाहें तो भरवां परवल की तरह चावल की जगह शिमला मिर्च में भी आलू और पनीर की भरावन डाल कर इसे सब्जी की तरह पका सकते हैं। ०