24 अकबर रोड में आज से लगेगा राहुल दरबार

अजय पांडेय

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पार्टी कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद करने के लिए पार्टी मुख्यालय में नियमित रूप से सप्ताह में दो से तीन दिन बैठा करेंगे। पार्टीजनों से मुलाकात का यह सिलसिला बुधवार से शुरू हो रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष की इस नई पहल को लोकसभा के आगामी चुनावों के मद्देनजर पार्टी में नई जान फूंकने की कवायद के तौर पर देखा जा रहा है।
कांग्रेस ने बाकायदा अपने ट्वीटर हैंडल पर बुधवार को राहुल गांधी के कार्यकर्ताओं से मुलाकात के कार्यक्रम की जानकारी साझा की है। इसके मुताबिक वे बुधवार सुबह 9.30 से 11 बजे तक मुख्यालय में मौजूद रहेंगे और कार्यकर्ताओं से रूबरू होंगे। पार्टी सूत्रों का कहना है कि नए कांग्रेस अध्यक्ष की यह पहल इसलिए खास है कि बीते 19 साल के लंबे अंतराल के बाद कांग्रेस हाईकमान व कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच का फासला खत्म होगा। इस दरम्यान अध्यक्ष पद संभालती रहीं राहुल की मां सोनिया गांधी कभी भी पार्टी मुख्यालय के अपने दफ्तर में इस प्रकार नहीं बैठीं। वे पार्टी से संबंधित सारा कामकाज मुख्यालय से सटे अपने 10 जनपथ स्थित आवास से निबटाती रहीं।

पार्टी सूत्रों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से जिन पार्टी नेताओं-कार्यकर्ताओं ने उनसे मिलने का समय मांग रखा था, उन्हें फोन कर कांग्रेस मुख्यालय बुलाया जा रहा है। इनमें दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों के नेता व कार्यकर्ता शामिल हैं। फिलहाल प्रांतवार मुलाकात का समय नहीं तय किया गया है। अभी उन राज्यों के कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता दी जाएगी, जहां इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं। राजस्थान, कर्नाटक, मध्य प्रदेश सहित कई अन्य राज्य प्राथमिकता सूची में ऊपर हैं।

राहुल गांधी के इस ताजा कदम को लेकर कांग्रेसी नेताओं का कहना है कि कुछ लोगों की यह शिकायत रही कि राहुल पार्टी के नेताओं से मिलते नहीं हैं। उन्होंने कहा कि कई नेताओं ने पार्टी छोड़ने और भाजपा में जाने से पहले ऐसा ही आरोप लगाया। इन नेताओं की ओर से ऐसा संकेत देने की कोशिश की गई मानो राहुल गांधी पार्टी के लोगों से मिलना ही नहीं चाहते। जबकि यह बात बिल्कुल गलत थी। उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस अध्यक्ष पार्टी मुख्यालय में बैठकर कार्यकर्ताओं से मिलेंगे तो किसी को ऐसी शिकायत का मौका नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि इसमें कोई दो राय नहीं कि कार्यकर्ताओं और पार्टी अध्यक्ष के बीच सीधा संवाद होने पर संगठन ताकतवर होगा।

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