Viral Video: जाति बताने पर गंदे पानी में लगानी पड़ी थी डुबकी, वायरल हो रहा कर्नल शेखावत का ये वीडियो
सोशल मीडिया पर इस वक्त कर्नल एस एस शेखावत का एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है। इस वीडियो में पैराशूट रेजिमेंट (स्पेशल फोर्स) की 21वीं बटालियन में तैनात कर्नल शेखावत ने यह बताया है कि सेना में धर्म और जाति को लेकर विवाद क्यों नहीं होता है। इस वीडियो को जाट रेजिमेंट की 19वीं बटालियन में तैनात पूर्व भारतीय सैन्य अधिकारी रघु रमन ने पोस्ट किया है। उन्होंने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा है कि अगर आपको दिनभर में कुछ अच्छा सुनना है तो आपको कर्नल शेखावत की बात सुननी चाहिए, क्योंकि उन्होंने एक मिनट में ही वह सबक सिखा दिया जिसे हमारे सभी राजनेता मिलकर भी हमें नहीं सिखा सके। वीडियो में शेखावत ने बताया कि स्पेशल फोर्स में अगर धर्म और जाति बताई जाती थी तो गंदे पानी में डुबकी लगाना पड़ता था।
इस वीडियो में शेखावत कह रहे हैं, ‘आर्मी में आप काफी धर्मनिरपेक्ष सोसायटी में रहते हैं और आपको वहां एक यूनिट के तौर पर बर्ताव करना होता है। जब मैंने स्पेशल फोर्स ज्वॉइन की थी तब मेरे एक सीनियर ने मुझसे सवाल किया था कि तुम्हारा धर्म और जाति क्या है, तब मैंने कहा कि मैं हिंदू राजपूत हूं। मेरा जवाब सुनने के बाद उन्होंने कहा कि जाओ जाकर उस गंदे पानी में डुबकी लगाकर आओ। मैंने उनकी बात मान ली और मैंने गंदे पानी में डुबकी लगा दी।’
If you had to listen to one man today. #OneTalkToday
Who – Col SS Shekhawat, CO 21 Special Forces, the most decorated serving officer.Why – In one minute he gives a lesson more powerful than all politicians put together @atahasnain53 @rwac48 @rajeev_mp @ragarwal @priyaramani pic.twitter.com/J08KCE0KGA
— Raghu Raman (@captraman) February 7, 2018
शेखावत ने आगे कहा, ‘डुबकी लगाने के बाद मुझे यह अहसास हुआ कि मैंने कुछ तो गलत कहा है। उसके बाद उन्होंने दुबारा मुझसे पूछा कि तुम्हारा धर्म और जाति क्या है। मैंने कहा मेरा धर्म एसएफ है और जाति भी एसएफ है, तब उन्होंने कहा कि अब तुम्हें समझ में आ गया है। उन्होंने कहा कि तुम एक अफसर हो तो तुम्हारा धर्म वही होगा डो तुम्हारे जवानों का धर्म है। अगर तुम्हारे जवान हिंदू हैं तो तुम भी हिंदू हो, अगर वह सिख हैं तो तुम भी सिख हो, वह मुस्लिम हैं तो तुम भी मुस्लिम हो और अगर वह इसाई हैं तो तुम भी इसाई हो। एक अधिकारी के तौर पर तुम सब कुछ हो। हमारी ऐसी ही धारणा है और अगर यह धारणा पूरे देश में भी लागू कर दी जाए तो बहुत सारी परेशानियों का हल हो जाएगा।’