नौकरी के लालच में गई थी सऊदी, वहां खाने के लिए भी मांगनी पड़ी भीख

सऊदी अरब से छुड़ाई गई समीना बेगम ने दर्दनाक दास्तान बयान की है। उन्होंने बताया कि जहां वह काम करती थीं, वहां उन्हें खाने को भी नहीं दिया जाता था। तबियत खराब होने पर दवा या डॉक्टर के पास भी नहीं जाने दिया जाता था। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और भारतीय दूतावास के प्रयासों से उन्हें एजेंट के चंगुल से आजाद कराया गया था। हैदराबाद की रहने वाली समीना ने बताया कि उन्हें ब्यूटीशियन की नौकरी का झांसा दिया गया था। साथ ही एजेंट ने प्रति महीने एक हजार रियाल (17,149 रुपये) वेतन मिलने की बात भी कही थी। लेकिन, सऊदी पहुंचने पर समीना को अमानवीय हालात का सामना करना पड़ा था। ‘एएनआई’ के मुताबिक, उन्हें खाने के लिए भीख तक मांगनी पड़ी। उनसे शादियों में जाकर वहां से खाना लाने के लिए भी कहा गया था। समीना ने बताया कि उन्हें तीन-तीन घरों में घरेलू नौकरानी के तौर पर काम करना पड़ता था। वहां उनसे जानवरों की तरह काम लिया जाता था।

समीना ने बताया कि जब उन्होंने एजेंट से भारत वापस भिजवाने की बात कही तो इसके एवज में उनसे दो लाख रुपये मांगे गए थे। उन्होंने कहा, ‘मुझे जिसने नौकरी दी थी, भारतीय दूतावास उससे संपर्क करने की कोशिश कर रहा था। उसने मुझसे इस बात का आश्वासन लिया था कि मैँ उसके खिलाफ शिकायत नहीं करूंगी।’ समीन बेगम ने एजेंट के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। साथ ही विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और भारतीय दूतावास को चंगुल से आजाद कराने के लिए धन्यवाद भी दिया है।

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