जिससे सच्चा प्यार करके सबकुछ लूटा दिया उसी ने शादी का दबाव बनाने पर उनकी कर दी हत्या और फेंक दिया उसका शव
उत्तर प्रदेश के कानपुर में थाना बिठूर के अंतर्गत एक युवती की हत्या कर शव फेंके जाने के मामले का पुलिस अधीक्षक पश्चिम ने शुक्रवार को देर शाम खुलासा कर दिया। हत्या के खुलासे में लव सेक्स और धोखा की कहानी सामने आई। जिस शख्स ने युवती को मौत के घाट उतारा था उसने कभी उससे शादी करने का वादा किया था और युवती ने उससे सच्चा प्यार किया था लेकिन जब युवती ने शादी करने का दबाव बनाना शुरू किया तो कथित प्रेमी ने उसे रास्ते से हटाने की साजिश रच उसकी हत्या कर दी। बताते चलें कि एक फरवरी की रात जब पुलिस के पास ये जानकारी हुयी कि कुरसौली मंधना रोड के पास एक महिला का शव पड़ा हुआ है तो घटना की जानकारी पर एसएसपी अखिलेश कुमार के साथ ही सर्किल फोर्स मौके पर पहुंची और महिला की पहचान करवाने का प्रयास किया। लेकिन पुलिस को किसी तरह की सफलता नही मिली।
महिला के ब्लाइंड मर्डर की मिस्ट्री सुलझाने के लिए पुलिस लगातार हाथ पांव मार रही थी। तभी मौके से गुजर रहे एक अधिवक्ता की जानकारी के बाद पुलिस को हत्याकाण्ड खुलासे की कड़िया मिलती गयी। पुलिस को अधिवक्ता ने बताया कि जिस लड़की की हत्या कि गयी है।वह बड़े चौराहे के पास एक कपड़े की दुकान में काम करती थी। एसपी पश्चिम डाक्टर गौरव ग्रोवर ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान बताया कि पुलिस ने अपनी कार्यवाही को आगे बढ़ाया तो ये पता चला कि जिस महिला की हत्या की गयी थी। उसका नाम आरती सिंह है और मूलरुप से वह उन्नाव के थाना हसनगंज क्षेत्र के शेखपुर की रहने वाली है और पहले आरती की शादी पहले दीपक नाम के युवक से हुई थी।दीपक ने शादी के समय आरती से इस बात को छुपाया था कि वह पहले से शादीशुदा है।दीपक के शादीशुदा होने की बात पता चलने पर दीपक और आरती के बीच तलाक हो गया था।
जिसके बाद से वह कानपुर के नवाबगंज क्षेत्र में रहने लगी और सेल्स गर्ल का काम करने लगी। इस दौरान पुलिस को ये जानकारी हासिल हुयी कि महिला के संबंध नवाबंगज के हिस्ट्रीशीटर और सब्जी कारोबारी रमाकांत उर्फ मनाली से है।जिसके बाद पूरे मामलें से पर्दा उठता चला गया।और जानकारी करने पर पता चला कि रमाकांत पहले से शादीशुदा था यह बात उसने आरती से छुपा रखी थी और उसने आरती से शादी करने की बात कहकर उसके साथ संबंध बनाए।तकरीबन तीन साल बाद जब आरती ने मनाली पर शादी करने का दबाव बनाना शुरू किया तो मनाली ने उसे ठिकाने लगाने की योजना बना ली। रमाकांत ने अपने साथी चन्द्र किशोर और राजेन्द्र गौतम को आरती की हत्या के प्लान में शामिल किया।तीनों लोग कार से आरती को पीरोड क्षेत्र मैं शापिंग कराने के बाद उसे गंगा बैराज ले गये,जहां पर आरती की गला दबा कर हत्या कर दी और शव को बिठूर इलाके में फेंक कर फरार हो गये।रमाकांत से कड़ाई पर पूछताछ करने पर उसने पुलिस के सामने अपना गुनाह कबूल कर लिया है.