बिहार: सड़क हादसे में युवक की मौत, नाराज लोगों ने 10 ट्रकों में लगाई आग
भागलपुर के सबौर में बेकाबू हाइवा ट्रक ने शुक्रवार (8 फरवरी) रात एक शख्स को कुचल दिया। नतीजतन उसकी मौके पर ही मौत हो गई। उसकी लाश भी रात साढ़े बारह बजे तक ट्रक के नीचे ही पड़ी रही। ओवर लोड ट्रक को क्रेन भी नहीं उठा पाई। बाद में जेक लगा दूसरे ट्रकों से खींच सरकाया गया। तब लड़के की लाश निकाली जा सकी। सबौर ग़ांव के गुस्साए लोगों ने खूब बवाल काटा और वहां खड़े 10 ट्रकों में तेल छिड़क आग लगा दी और घंटों हंगामा किया। ट्रकें धूं धूं कर जलने लगी। वाकए के घंटे भर बाद मौके पर पहुंची, पुलिस को देख लोग और उग्र हो गए और पुलिस पर ही रोड़े बरसाने शुरू कर दिए। एक दफा तो पुलिस बल अपने बचाव में ही लग गया। बाद में पुलिस लाईन से काफी तादाद में पुलिस बल के साथ सिटी डीएसपी शहरयार अख्तर और डीएसपी कानून व्यवस्था राजेश सिंह प्रभाकर मौके पर पहुंच हालात पर काबू पाया। 10 ट्रकों में आग लगा देने से उससे निकलने वाली लपटें अग्नि शामक दस्ते की दो गाड़ियों से काबू नहीं हो पाईं, तो पांच और गाड़ियां मंगाई गई। तब जाकर आग पर काबू पाया जा सका।
दुखद पहलू यह है कि मृतक धनंजय की दो महीने पहले ही शादी हुई थी। और वह प्रतियोगी इम्तहान की तैयारी कर रहा था। उसके पिता दिनेश यादव व दूसरे परिजन की हालत बदहवाश जैसी हो गई है। दरअसल राष्ट्रीय राजमार्ग पथ 80 अब हादसे की सड़क से जानी जा रही है। खासकर सबौर से मिर्जाचौकी तक। आए रोज यहां हादसे होते रहते है। इसी तरह का हादसा 2013 में होने पर 15 ट्रकों को क्रोधित लोगों ने फूंक दिया था। बुधवार (7 फरवरी) को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विकास कामों की समीक्षा करने आए थे। उसमें भी कहलगांव के विधायक सदानंद सिंह और पीरपैंती के विधायक रामविलास पासवान ने इस मुद्दे को जमकर उठाया था। इस पर प्रधान सचिव ने अप्रैल तक मुंगेर से मिर्जाचौकी 96 किलोमीटर सड़क दुरुस्त करने का भरोसा दिया है। बैठक के बाद विधायक रामविलास पासवान ने बातचीत में पुलिस अधिकारियों पर सीधे सीधे आरोप लगाया कि सबौर से मिर्जाचौकी की टूटी सड़कें इनकी मोटी बेजा कमाई का जरिया है। जबतक सड़क की आवाजाही नहीं रुकेगी तबतक सड़कें नहीं बनेगी। और हादसे भी इसी वजह से हो रहे है।बहरहाल पुलिस मामला दर्ज कर लाश का पोस्टमार्टम शनिवार को करा परिवारवालों को सौंप दिया।