कश्मीर में सेना ने मुस्तैदी कर बचाई गोली लगे गर्भवती महिला की जान

जम्मू में शनिवार को सुंजवां स्थित आर्मी कैंप पर हुए आतंकी हमले में दो भारतीय जवान शहीद हो गए जबकि छह अन्य लोग घायल हो गए। सुबह-सबह जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने आर्मी कैंप के आवासीय क्वार्टर पर हमला कर दिया था। उस समय ज्यादातर लोग सो रहे थे। आतंकियों ने अंधाधुंध गोलीबारी करना शुरु कर दिया, जिसमें 35 हफ्ते की गर्भवती एक महिला भी घायल हुई। यह कोई चमत्कार से कम नहीं था कि इस गर्भवती महिला को काफी गंभीर चोट आईं लेकिन इसके बावजूद महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार आतंकवादियों द्वारा सिक्यूरिटी फॉर्सेस और आम नागरिकों पर की जा रही गोलीबारी में एक गोली महिला को निचले हिस्से पर लग गई थी। इसके बाद महिला को तुरंत ही आर्मी चॉपर से मिलिटरी अस्पताल ले जाया गया जहां पर उसने सर्जरी द्वारा बच्चे को जन्म दिया। बच्ची का वजन 2.5 किलोग्राम है जो कि स्वस्थ है। इस बच्ची की फोटो सोशल मीडिया पर एक ट्विटर यूजर ने शेयर की जिसके बाद यह फोटो वायरल हो गई। इस घटना के बारे में जानने के बाद सोशल मीडिया यूजर्स इसे किसी चमत्कार से कम नहीं समझ रहे हैं। फिलहाल मां और बच्ची दोनों ही ठीक और स्वस्थ हैं।
आपको बता दें कि सिक्यूरिटी फॉर्सेस ने शनिवार को तीन आतंकियों को मार गिराया था। डिफेंस पीआरओ के अनुसार, आतंकियों के पास से सिक्यूरिटी फॉर्सेस को एके-47 राइफल्स और अन्य हथियार भी बरामद हुए। आतंकवादियों द्वारा किए गए इस हमले में सूबेदार मगनलाल और सूबेदार मोहम्मद अशरफ शहीद हो गए। वहीं घयालों में कर्नल रैंक के एक सैन्य अधिकारी हवलदार अब्दुल हमीद, लांस नायक बहादुर सिंह और सूबेदार चौधरी की बेटी शामिल है, जो कि छुट्टियों के दौरान अपने पिता से मिलने आई थी। इसके साथ ही रविवार को भारतीय सेना ने अन्य आतंकियों की तलाश के लिए फिर से ऑपरेशन चला दिया है।