हवाई यात्रियों की जान जोखिम में: महीने में चार बार हवा में फेल हुए इंजन
हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए चौंकाने वाली खबर है। दो एयरलाइंस कंपनियों पर हवाई यात्रियों की जान जोखिम में डालकर विमान उड़ाने के आरोप लगे हैं। आंकड़ों के मुताबिक इन एयरलाइंस के विमानों के इंजन महीने में चार बार हवा में फेल हो चुके हैं। टाइम्स नाउ की खबर के मुताबिक इंडिगो एयरलाइंस के 23 विमानों के मार्च 2016 से सितंबर 2017 के बीच 69 बार इंजन फेल हुए। टाइम्स नाउ ने दावा किया है कि उसके हाथ जो दस्तावेज लगे हैं, उनके मुताबिक नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने इंडिगो ए320 निओ विमान के अक्सर इंजन खराब होने का मुद्दा उठाया था। कहा जा रहा है कि एयरलाइन की तरफ से इस पर कोई कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है। रिपोर्ट के मुताबिक 13 गो एयर विमान और 32 इंडिगो विमान खराब इंजन के साथ उड़ते रहे हैं। डीजीसीए में इन विमानों के खराब इंजन का मुद्दा तब जोर पकड़ने लगा जब 8 विमानों के इंजनों को बदलने की बात आई। दो विमानों में दोनों इंजन बदलने की जरूरत बाताई गई।
मामला सामने आने के बाद नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने कहा कि सरकार यात्रियों की सुरक्षा से किसी प्रकार समझौता नहीं करने जा रही है। उन्होंने कहा कि डीजीसीए के द्वारा माने जाने वाले सुरक्षा मानक विश्व स्तरीय हैं और किसी प्रकार की समस्या पाए जाने पर उनका समाधान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस मामले में सरकार अपनी तरफ से जांच करवा रही है। बता दें कि केंद्र की मौजूदा सरकार इस बात पर जोर देती रही है कि देश के छोटे शहरों को भी घरेलू उड़ानों से जोड़ा जाए। सरकार ने कम किराए में हवाई सफर करने की वकालत भी की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली कह चुके हैं कि उनकी सरकार ऐसी संभावनाओं पर काम कर रही है कि हवाई चप्पल पहनने वाला शख्स भी हवाई यात्रा कर सके। एक तरफ सरकार हवाई यात्राओं तक आम जनता की पहुंच बनाने की कोशिश कर रही है, ऐसे समय में खराब इंजनों वाले विमानों को उड़ाने की यह रिपोर्ट बयां कर रही कि सबकुछ ठीक नहीं है। हालांकि सरकार का दावा है कि उसकी तरफ से मामले की व्यक्तिगत जांच कराई जा रही है। अब सरकार की रिपोर्ट सामने आने के बाद मामले की हकीकत से पर्दा उठने की पूरी उम्मीद की जा रही है।