दिल्ली के एक स्कूल की लापरवाही से 8 घंटे बंद रही डरी और सहमी छात्रा, परिजनों का हंगामा
दिल्ली के गोकुलपुरी इलाके के एक स्कूल की लापरवाही का मामला सामने आया है. यहाँ के गंगा विहार में स्कूल वालों की लापरवाही के चलते एक छात्रा पूरे 8 घंटे स्कूल के अंदर ही बंद रह गई. स्कूल की लापरवाही को लेकर छात्रा के परिजनों ने स्कूल के बाहर जमकर हंगामा किया.
इस मामले में पुलिस में भी शिकायत दर्ज करवाई गई है. शाम को बच्ची स्कूल बिल्डिंग की दूसरी मंजिल के एक कमरे से निकाली गई तो वह बेहद डरी और सहमी हुई थी. पुलिस अब बच्ची का मेडिकल करवा रही है.
मामला दिल्ली के थाना गोकुलपुरी इलाके के गंगा विहार का है. इलाके में नर्सरी से 10वीं तक के एक पब्लिक स्कूल के बच्चे शनिवार को पिकनिक मनाने गए हुए थे. स्कूल प्रशासन सारे बच्चों को लेकर सुबह 9.0 बजे से शाम 5.0 बजे तक सैर कराता रहा.
लेकिन स्कूल प्रशासन ने लापरवाही की और एक सात साल की छात्रा को वे ले जाना भूल गए और इस दौरान बच्ची स्कूल के अंदर ही बंद रह गई. शानिवार को स्कूल प्रशासन की तरफ से फर्स्ट क्लास से पांचवीं क्लास तक के बच्चों को पिकनिक के लिए ले जाना था.
सभी छात्रों के परिजन अपने-अपने बच्चों को तैयार करके सुबह स्कूल छोड़ आए और स्कूल प्रशासन सभी बच्चों को अपने साथ पिकनिक पर इंडिया गेट और अक्षरधाम मंदिर घुमाने ले गया. पिकनिक मनाकर घूम-घामकर बच्चे शाम के समय 5:0 बजे करीब स्कूल वापस लौट आए.
शाम के समय परिजन बच्चों को लेने के लिए स्कूल पहुंचे. सभी छात्रों के परिजन एक-एक कर अपने बच्चों को घर ले जा रहे थे, लेकिन गोकुलपुरी के गंगा विहार में रहने वाले परिजनों को अपनी मासूम बच्ची कहीं दिख ही नहीं रही थी.
परिजनों ने जब स्कूल प्रशासन से पूछताछ की तो स्कूल प्रशासन ने बच्ची को पिकनिक पर ले जाने से साफ इनकार कर दिया. लेकिन बच्ची की मां का कहना था कि वह अपनी बच्ची को सुबह तैयार कर स्कूल के अंदर मैडम के हांथों में सौंपकर गई थीं.
परिजनों ने स्कूल प्रशासन के बाहर हंगामा करना शुरू किया तब जाकर स्कूल प्रशासन हरकत में आया और स्कूल के अंदर ही छात्रा की खोजबीन शुरू हो गई. जैसे ही स्कूल की टीचर दूसरी मंजिल पर पहुंचीं तो देखा कि एक क्लासरूम के अंदर बच्ची बंद पड़ी थी.
बच्ची को देख टीचर के होश उड़ गए, क्योंकि बच्ची बेहद डरी-सहमी थी.परिजनों का आरोप है कि स्कूल की लापरवाही के चलते उनकी बच्ची के साथ कोई भी हादसा हो सकता था. हालांकि अब पूरा मामला दिल्ली पुलिस की निगरानी में है.