रवीश कुमार ने टीवी एंकर्स को कहा सरकार का गुंडा, बोले- मीडिया खत्म, चमचे बचे हैं
पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के बाद रवीश कुमार खुलकर सामने आए। उन्होंने मीडिया पर भी जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा मीडिया तो समाप्त हो गया है, चमचे बचे हैं। रोज रात को एंकरिंग करते हैं, पहले काम छिप के होता था, अब आते हैं टाई-कोट पहन के नौ बजे और उनका एजेंडा आगे बढ़ाते हैं। मानिए या मत मानिए ये न्यूज एंकर आज के बाहुबली हैं, इनको सरकार ने भले ना नियुक्त किया हो, लेकिन इन्होंने खुद को सरकार का गुंडा मान लिया है। ये लोग सोचते हैं कि हम जो चाहेंगे करेंगे। किसी ने नहीं देखा कि उनका (गौरी लंकेश) का क्या योगदान था, बस गालियां देनी शुरू कर दीं।
रवीश ने आगे हिंदू संस्कृति का जिक्र करते हुए पूछा कि क्या हिंदू समाज में यही सिखाया जाता है कि कोई मर जाए तो अगले ही दिन से उसको गाली देना शुरू कर दिया जाए। हिंदू धर्म में तो 13 दिन शोक किया जाता है। हिंदू का कायदा ऐसा तो नहीं है कि किसी की मौत को 13 घंटे भी नहीं हुए और आप उसको कुतिया लिखने लगें।
रवीश कुमार से इंडियन एक्सप्रेस ने इस मामले में प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के बाहर बातचीत की थी। बातचीत में रवीश ने कहा, ‘अगर में कहूं कि मुझे डर नहीं लगता तो ये झूठ बोलना होगा। क्योंकि हम रोज डरते हैं और रोज ही उस डर को जीतते की कोशिश करते हैं। मैं जो बोलता हूं उसे बोलने से मुझे डर नहीं लगता। जो लोग आयकर विभाग और सीबीआई के दम पर सरकार चलाते हैं डर उन्हें भी लगता है। बहुत सारे मुद्दों पर उनकी भी हालत खराब हो जाती है। कल मेरी भी हालत खराब थी। इस डर से मेरे आसपास के लोग कहते हैं कि बोलना छोड़ दीजिए। ऐसा क्या है जिसे भारत की जनता बर्दाश्त नहीं कर सकती।
रवीश ने आगे कहा था, ‘सोशल मीडिया के जरिए लगातार जहर फैलाया जा रहा है। सरकार ने अपनी सारी शक्तियों को आउट सोर्स कर दिया है। पहले जब कोई बड़ा नेता होता था तो उसपर कोई दाग नहीं होता था। गंदा काम तो बाहुबली लोग कर लेते थे। यही आजकल के बाहुबली हैं जिनमें एंकर हैं। ये दस बारह एंकर आज बाहुबली की भूमिका निभा रहे हैं। सोशल मीडिया में इनके इतने समर्थक है जो किसी के मरने पर भी ऐसी भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। वो कहता है मैंने किसी का नाम नहीं लिखा था।’