स्कूल में पांच साल की बच्ची से बलात्कार का केस में केजरीवाल ने दिए जांच के आदेश
दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्लू) ने भी गांधीनगर के स्कूल में बच्ची के साथ बलात्कार मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए स्कूल को नोटिस भेजा है और सूचनाएं मांगी हैं। आयोग ने इस मामले में जांच समिति का भी गठन किया है। स्कूल को नोटिस का जवाब बुधवार तीन बजे तक देना है। आयोग ने कहा है कि पहले भी आरोपी के खिलाफ अन्य बच्चों को प्रताड़ित करने की शिकायतें आई थीं। स्कूल इस बात का जवाब दे कि क्या आरोपी स्कूल का कर्मचारी था। उसकी नियुक्ति कब हुई थी? नियुक्ति संबंधी सारा विवरण सौंपा जाए। आयोग ने यह भी पूछा है कि क्या आरोपी का पुलिस सत्यापन किया गया था? अगर हां तो संबंधित दस्तावेज दिया जाए। क्या स्कूल को घटना की जानकारी थी। क्या आरोपी के खिलाफ पहले भी इस किसी तरह की प्रताड़ना की शिकायत आई है? डीसीडब्लू अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने भी स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा के लिए प्रोटोकॉल बनाने और उसका कड़ाई से पालन करने की जरूरत बताई है। स्कूलों में बच्चों के साथ घटी हालिया घटनाओं पर चिंता जताते हुए मालीवाल ने सवाल किया कि अगर बच्चों के साथ ऐसी भयानक घटनाएं स्कूल में होंगी तो अभिभावक क्या करेंगे। उन्होंने कहा कि आयोग की टीम पीड़ित बच्ची की मदद कर रही है।
पुलिस ने की मामला दबाने की कोशिश
गुरुग्राम में बच्चे की मौत के बाद एहतियात बरत रही दिल्ली पुलिस गांधीनगर में पांच साल की बच्ची के साथ हुई बलात्कार की घटना को दबाने की हरसंभव कोशिश की। स्कूल से घर आई बच्ची के निजी अंग से बहते खून को देख परिजन जब उसे चाचा नेहरू अस्पताल ले गए। अस्पताल प्रशासन की सूचना के बाद हरकत में आई पुलिस ने 38 साल के आरोपी विकास को स्कूल से गिरफ्तार तो कर लियास लेकिन वह इस कोशिश में लगी रही कि मामला प्रकाश में न आ पाए। यह तो पीड़ित परिवार की दिलेरी और अस्पताल प्रशासन की समझदारी रही कि पुलिस को देर रात मामले का खुलासा करना पड़ा, वरना यह मामला पूरी तरह से दफन होने वाला था। रविवार को पुलिस ने सूचना दी कि विकास के खिलाफ धारा 376 और पोक्सो एक्ट में मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। वह स्कूली बच्चों को घर से लाने-ले जाने के अलावा स्कूल में सिक्योरिटी गार्ड का भी काम करता है। शनिवार को पांच साल की बच्ची के साथ हैवानियत का यह खेल स्कूल परिसर में ही हुआ। बच्ची को रविवार को इलाज के बाद चाचा नेहरू अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। वहीं बच्ची के अभिभावकों ने स्कूल प्रशासन और आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।