दिल्ली महिला आयोग का ‘रेप रोको अभियान’, बच्चों के दुष्कर्मियों को 6 महीने में फांसी की मांग
दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्लू) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने रेप रोको नाम से एक देशव्यापी आन्दोलन की शुरूआत कर केंद्र सरकार के मांग की है कि छोटे बच्चों के साथ बलात्कार करने वालों को 6 महीने के अंदर फांसी की सजा हो ताकि यौन अपराध करने वालों के मन में एक डर पैदा है। डीसीडब्लू अध्यक्ष ने मंगलवार को दिल्ली विश्वविद्यालय का दौरा किया और वहां से अभियान की शुरूआत की और कहा कि वह अपने सत्याग्रह के दौरान 8 मार्च तक घर नहीं जाएंगी। डीसीडब्लू अध्यक्ष ने दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ डीयू मेट्रो स्टेशन से कला संकाय तक एक पदयात्रा निकाली और इस आंदोलन की एक वेबसाइट डब्लूडब्लूडब्लू,रेपरोको.ओआरजी जारी की गई। लोगों से आंदोलन में शामिल होेने के लिए एक नंबर 9313-181-181 पर मिस्ड कॉल करने की भी अपील की गई।
स्वाति जयहिंद ने सभी धर्म, जाति और विचारधार के लोगों से इस आंदोलन में शामिल होने की अपील की। डीसीडब्लू अध्यक्ष ने घोषणा की कि अपने सत्याग्रह के दौरान 8 मार्च तक वह अपने घर नहीं जायेंगी। उन्होंने कहा कि इस आन्दोलन के वालंटियर्स अब हर घर में, बाजारों में, कॉलेज और स्कूलों में जायेंगे और लोगों को इस आन्दोलन से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित करेंगे। यह आन्दोलन अब लोगों को जोड़ेगा और उनको प्रधानमंत्री जी को 1 लाख पत्र भेजने के लिए प्रेरित किया जाएगा जिसमें प्रधानमंत्री जी से महिलाओं और बच्चों के प्रति अपराध रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की मांग की जाएगी।
आयोग की तरफ से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन 8 मार्च को महिलाएं और बच्चे दिल्ली में बड़े स्तर पर शांति पूर्वक विरोध प्रदर्शन करेंगे। स्वाति जयहिंद ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि यह आन्दोलन सरकार को यौन हिंसा के विरुद्ध कड़े कदम उठाने को प्रेरित करेगा। उन्होंने कहा कि 8 महीने की बच्ची जिसका बर्बरता से बलात्कार हुआ हमारे वह देश की बच्ची थी, यह उस मासूम बच्ची का बलात्कार नहीं है बल्कि यह पूरे देश का बलात्कार है।
रेपरोको आन्दोलन इस देश के लोगों को यौन अपराधों के प्रति अपनी आवाज उठाने और महिलाओं और बच्चों के साथ यौन अपराध रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की मांग करने के लिए इकठ्ठा करेगा। अब दिल्ली महिला आयोग एक जनआंदोलन की तरह काम करेगा और जब हजारों लोग सड़कों पर उतरेंगे तब सरकार को सुनना ही पड़ेगा।