अमित शाह की रैली पर एनजीटी की नजर, नो पॉल्यूशन वाली मोटरसाइकिलें ही होंगी शामिल
हरियाणा सरकार ने मंगलवार को राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) को बताया कि जींद में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की प्रस्तावित रैली में वैध प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र (पीयूसी) वाली मोटरसाइकिलों को शामिल होने की इजाजत दी जाएगी। हरियाणा के जींद जिले में 15 फरवरी को शाह की रैली में एक लाख से अधिक मोटरसाइकिलों के जुटने की उम्मीद है। राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने न्यायमूर्ति रघुवेंद्र एस राठौर के नेतृत्व वाली एक पीठ को बताया कि जींद में आवाज एवं वायु प्रदूषण से निपटने के लिए रोकथाम उपायों का सुझाव दिया गया है जिसमें स्वयंसेवकों की तैनाती शामिल है। इसके साथ ही मोटरसाइकिलों को रैली स्थल पर प्रवेश करने की इजाजत नहीं दी जाएगी और इन्हें वहां से पर्याप्त दूरी पर खड़ा किया जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रतिवादी (राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड) ने पहले ही जींद जिले के उपायुक्त को ऐसे वाहनों को ही प्रस्तावित रैली में हिस्सा लेने की इजाजत देने का परामर्श दिया है जिनके पास वैध प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र हो।’’ बोर्ड ने कहा कि जिला प्रशासन को परामर्श दिया गया है कि वह हार्न बजाए जाने से रोकने के लिए प्रमुख स्थलों और रैली स्थल पर विशेष बैनर या होर्डिंग लगाए। बोर्ड ने यह भी कहा कि वह 15 फरवरी की प्रस्तावित रैली से पहले और बाद में वायु की गुणवत्ता की निगरानी का भी विचार कर रहा है जिससे इस दौरान होने वाले वास्तविक प्रदूषण का पता चल
वहीं दूसरी तरफ, अमित शाह की जींद में होने वाली रैली को लेकर जाट नेताओं का एक धड़ा सरकार को फिर घेरने की तैयारी में है। राष्ट्रीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने सोनीपत में संवाददाता सम्मेलन कर सोमवार को अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक यशपाल मलिक और राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला। समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश दहिया ने कहा सरकार की यशपाल से बातचीत का मतलब ये नहीं कि जाट संतुष्ट है। उन्होंने कहा की मलिक विरोध करने का स्वांग कर रहे थे। उन्होंने शाह की रैली को चर्चा दिलाने का सरकार और मलिक की रणनीति का हिस्सा बताया।