कासगंज हिंसा के 20 दिन बाद बोले योगी आदित्य नाथ- भाजपा राज के 10 महीनों में यूपी में नहीं हुआ एक भी दंगा
पश्चिम उत्तर प्रदेश के कासगंज में सांप्रदायिक हिंसा के 20 दिन बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भाजपा राज के 10 महीनों में प्रदेश में एक भी दंगा नहीं हुआ। सीएम योगी ने कहा, ‘उत्तर प्रदेश में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। महिलाओं के खिलाफ अपराध न के बराबर है। भाजपा के 10 महीनों के कार्यकाल में एक भी दंगा नहीं हुआ। राज्य में इस अवधि में कहीं भी कर्फ्यू नहीं लगाया गया।’ योगी आदित्यनाथ चुनाव प्रचार के सिलसिले में इन दिनों वामा मोर्चा के गढ़ त्रिपुरा में हैं। बता दें कि कासगंज में गणतंत्र दिवस के मौके पर युवाओं ने तिरंगा यात्रा निकाली थी। उनका काफिला कासगंज के वीर अब्दुल हमीद चौक से गुजर रहा था। वहां पहले से ही तिरंगा फहराने की तैयारी चल रही थी। तिरंगा यात्रा में शामिल युवाओं ने उस जगह को खाली करने को कहा था। इस बात को लेकर शुरू हुई बहस दो संप्रदायों के बीच झड़प में तब्दील हो गया था। देखते ही देखते यह पूरे शहर में फैल गया। हिंसक झड़प में चंदन गुप्ता नामक युवक की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद कासगंज की स्थिति और भी गंभीर हो गई थी। कई जगहों पर हिंसक झड़पें हुईं और कुछ हिस्सों में कर्फ्यू भी लगाना पड़ा था।
बता दें कि केंद्र सरकार ने बताया था कि पिछले साल 2017 में देश भर में 822 सांप्रदायिक हिंसा की घटनाएं हुईं, जिनमें 111 लोगों की मौत हो गई और 2,384 लोग घायल हो गए। लोकसभा में एक प्रश्न के उत्तर में गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर ने कहा था कि 2017 में सांप्रदायिक हिंसा की सर्वाधिक 195 घटनाएं उत्तर प्रदेश में हुईं जहां 44 लोग मारे गए और 542 घायल हुए थे। उन्होंने बताया था कि कर्नाटक में बीते साल 100 सांप्रदायिक घटनाएं हुईं, जिनमें नौ लोग मारे गए और 229 घायल हो गए थे। राजस्थान में ऐसी 91 घटनाएं हुई थीं, जिनमें 12 लोग मारे गए और 175 घायल हुए थे। बता दें कि पूर्वोत्तर राज्य में वाम दल दो दशक से भी ज्यादा समय से सत्ता में हैं। त्रिपुरा में भाजपा एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी के तौर पर उभरी है। योगी आदित्यनाथ के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी त्रिपुरा में चुनाव प्रचार में जुटे हैं। पूर्वोत्तर रज्य में फरवरी में ही चुनाव होने हैं।