बिहार उप चुनाव में समझौता, अररिया और जहानाबाद में राजद, भभुआ में कांग्रेस उम्मीदवार
राजद और कांग्रेस ने गुरुवार को कहा कि बिहार में आगामी उपचुनावों को संयुक्त रूप से लड़ने के लिए एक फार्मूले को अंतिम रूप दिया है। राजद नेता तेजस्वी यादव और प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी ने संवाददाताओं से कहा कि राष्ट्रीय जनता दल अररिया लोकसभा और जहानाबाद विधानसभा सीटों के लिए उम्मीदवार उतारेगा। कांग्रेस भभुआ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेगी। इन सीटों के प्रतिनिधियों के निधन के कारण चुनाव अनिवार्य हो गया था। उपचुनाव 11 मार्च को होंगे। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 20 फरवरी है। अररिया और जहानाबाद सीटों पर जहां राजद का कब्जा था। वहीं भभुआ सीट भाजपा के पास थी। जुलाई 2017 में महागठबंधन टूटने के बाद उपचुनाव राज्य में बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम होगा। महागठबंधन टूटने के बाद जद यू नेता और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में भाजपा के साथ मिलकर सरकार का गठन किया।
इसके बाद राजद और कांग्रेस मुख्य विपक्षी दल के तौर पर रह गए। यादव और कादरी ने गठबंधन में दरार की बातों से इंकार किया। यादव ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘किसी भी चरण में हमारे गठबंधन में तनाव नहीं रहा जबकि विपक्षी दलों ने इस तरह के अफवाह उड़ाए। हम संयुक्त रूप से उपचुनाव लड़ेंगे और राजद अररिया लोकसभा सीट और जहानाबाद विधानसभा सीट पर उम्मीदवार उतारेगा। कांग्रेस भभुआ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेगी।’’ राजद सुप्रीमो लालू यादव के बेटे तेजस्वी ने कहा कि पार्टी ने अररिया से सरफराज आलम को और जहानाबाद से सूदे यादव को उम्मीदवार बनाने का फैसला किया है।
पिछले हफ्ते जद यू छोड़कर राजद में शामिल हुए आलम, मोहम्मद तसलीमुद्दीन के बेटे हैं जिनके निधन के कारण लोकसभा उपचुनाव अनिवार्य हो गया। सूदे यादव, मुंद्रिका यादव के बेटे हैं जिनके निधन के कारण जहानाबाद की सीट खाली हुई है। कादरी ने कहा कि भभुआ विधानसभा सीट के लिए कांग्रेस अपने उम्मीदवार की घोषणा बाद में करेगी। कादरी ने कहा, ‘‘दोनों सीटों पर प्रभावी जीत दर्ज करने के लिए कांग्रेस राजद का सहयोग करेगी और भभुआ में अपने लंबे समय के सहयोगी के साथ जीत दर्ज करेगी।’’ राजग में जद यू, भाजपा, रालोसपा और एचएएम शामिल हैं जिन्होंने उपचुनावों के लिए अभी तक सीट बंटवारे का फॉर्मूला और उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है।