शातिर चोर उड़ा ले गए पुलिसियों की मोटरसाइकिलें
शातिर चोरों ने आम आदमियों की नींद हराम कर ही रखी है, लेकिन इस बार उन्होंने वर्दी का रौब गांठने वाली पुलिस को चकरा दिया है। पूरे महकमे को हक्का-बक्का कर देने वाला मामला यह है कि शहर में सरगर्म चोर उत्तर प्रदेश के एडीजी (कानून व्यवस्था) के घर से चंद कदम दूर पांच पुलिसकर्मियों की मोटरसाइकिलें उड़ाकर ले गए। गुरुवार सुबह उठकर जागने पर पुलिसकर्मियों को मोटरसाइकिलें चोरी होने का पता चला तो उनके होश फाख्ता हो गए। पुलिस के बड़े अधिकारियों तक मामला पहुंचने पर अपने बचाव में आनन-फानन थाना सेक्टर- 39 में मोटर साइकिल चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। पुलिस ने मीडिया से इसको छिपाने के लिए गुरुवार सुबह प्रेस नोट तक नहीं भेजा।
वहीं, शहर में उद्योगों को बढ़ावा देने और उद्यमियों के लिए सकारात्मक माहौल तैयार करने के उद्देश्य से गुरुवार को एडीजी (कानून व्यवस्था) आनंद कुमार के अलावा एडीजी मेरठ जोन प्रशांत कुमार, आइजी मेरठ रेंज राम कुमार नोएडा में मौजूद रहे। आला पुलिस अधिकारियों तक पुलिसकर्मियों की मोटरसाइकिलें चोरी का मामला पहुंचने पर एसएचओ को कड़ी फटकर लगाई गई।
शहर के पॉश इलाकों में शामिल सेक्टर-40 के एफ ब्लाक में पुलिस कॉलोनी है। जहां के क्वार्टरों में करीब 48 पुलिसकर्मी रहते हैं। इसी सेक्टर में एडीजी (कानून व्यवस्था) आनंद कुमार का निजी निवास है। ब्लाक में दरोगा और सिपाही रहते हैं। यहीं रहने वाले दरोगा धीरपाल सिंह के क्वार्टर पर बुधवार रात प्रशिक्षु दरोगा विनोद चौहान और तीन सिपाही शिव चरण, राकेश और सौरभ आए हुए थे। क्वार्टर के बाहर ही धीरपाल के अलावा अन्य चारों ने अपनी मोटरसाइकिल खड़ी की थीं।
बताया गया है कि पुलिस कॉलोनी मानकर दो सिपाहियों ने अपनी मोटरसाइकिलें में ताले नहीं लगाए थे। पांचों पुलिसकर्मियो ने देर रात तक वहीं खाना खाया और सो गए। गुरुवार सुबह उठने पर पांचों मोटर साइकिलें गायब मिलीं। दरोगा धीरपाल सिंह की पैशन प्रो, प्रशिक्षु दरोगा विनोद की पल्सर, सिपाही सौरभ व शिवचरण की हीरो होंडा और राकेश की अपाचे मोटर साइकिलें चोर चुराकर ले गए। जिन पुलिसकर्मियों की मोटर साइकिलें चोरी हुई हैं, वे सभी थाना सेक्टर- 39 में तैनात हैं। दूसरी तरफ पुलिस कर्मियों की मोटर साइकिलें चोरी होने का पता चलने पर लोगों ने खूब चटकारे लिए। जहां से मोटर साइकिलें चोरी हुई, वहां पर दिनभर लोग इक्टठा होकर चर्चा करते रहे। इनमें कई लोग ऐसे भी मौजूद थे, जिनकी मोटर साइकिल चोरी होने की रिपोर्ट महीनों बाद भी दर्ज नहीं हुई है।
एडीजी (कानून व्यवस्था) आनंद कुमार ने जनसत्ता से बातचीत में मामले की जानकारी से इनकार किया है। हालांकि उन्होंने कहा कि इस मामले एसएसपी लव कुमार से जवाब तलब किया जाएगा।