पीएनबी घोटाला: नीरव मोदी, मेहुल चौकसी का पासपोर्ट सस्पेंड, दर्जनों ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापे

विदेश मंत्रालय ने पीएनबी घोटाले में फरार चल रहे हीरा व्यापारी नीरव मोदी और मेहुल चौकसी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। प्रवर्तन निदेशालय की सलाह पर विदेश मंत्रालय ने तत्काल प्रभाव से चार हफ्ते के लिए नीरव दीपक मोदी और मेहुल चिनूभाई चौकसी के पासपोर्ट की वैधता को निलंबित कर दिया है। नीरव मोदी और मेहुल चौकसी को नोटिस भेजते हुए उनसे एक हफ्ते में जवाब मांगा गया है। विदेश मंत्रालय की ओर से पूछा गया है कि क्यों ना उनका पासपोर्ट जब्त कर वापस ले लिया जाए। अगर ये दोनों निर्धारित समय के अंदर जवाब नहीं देते हैं तो विदेश मंत्रालय इनके पासपोर्ट को वापस लेने की प्रक्रिया में आगे कदम बढ़ाएगा। इधर, केन्द्रीय जांच एजेंसियों ने आज (16 फरवरी) मुंबई, पुणे, सूरत, जयपुर, हैदराबाद और कोयंबटूर में गीतांजली समूह के लगभग 20 परिसरों पर छापेमारी की है। सीबीआई के एक प्रवक्ता ने आज दिल्ली में बताया, ‘‘मेहुल चौकसी से जुड़े गीतांजली समूह, आरोपी कंपनियों के अन्य निदेशकों और समूह की अन्य फैक्टरियों, कार्यालयों, आवासों और प्लांट पर छापेमारी की गयी है।’’ अधिकारियों ने बताया कि जनवरी के पहले सप्ताह में देश छोड़कर जाने वाले अरबपति आभूषण डिजाइनर नीरव मोदी और उनके परिवार का पता लगाने के लिए सीबीआई ने इंटरपोल से संपर्क साधा है।

सीबीआई का कहना है कि उसने इंटरपोल से ‘डिफ्यूजन नोटिस’ जारी करने का अनुरोध किया है। यह नोटिस किसी व्यक्ति का पता लगाने के लिए जारी किया जाता है। इंटरपोल की वेबसाइट के अनुसार, ‘‘यह (डिफ्यूजन) नोटिस के मुकाबले कम औपचारिक है, लेकिन इसका प्रयोग पुलिस जांच के संबंध में किसी व्यक्ति की गिरफ्तारी या उसके ठिकाने का पता लगाने या अतिरिक्त संबंधित सूचना पाने के लिया किया जाता है। डिफ्यूजन एक ऐसा नोटिस है जो एनसीबी (इस मामले में सीबीआई) द्वारा प्रत्यक्ष रूप से उसके पसंद के देशों या फिर इंटरपोल के सभी सदस्यों को जारी किया जाता है और इंटरपोल सूचना प्रणाली में इसका पूरा रिकॉर्ड रखा जाता है।’’ उन्होंने कहा कि सीबीआई को यकीन है कि उसे नीरव मोदी और उसके परिवार के ठिकाने का आज पता चल जाएगा। पंजाब नेशनल बैंक में 11,400 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोपी नीरव मोदी ने जनवरी के पहले सप्ताह में देश छोड़ा है।

अधिकारियों ने बताया कि 46 वर्षीय नीरव मोदी के पास भारत का पासपोर्ट है और उसने एक जनवरी को देश छोड़ा है। वहीं, बेल्जियम के नागरिक उसके भाई ने भी उसी दिन भारत छोड़ा है। हालांकि, अभी तक यह ज्ञात नहीं है कि वे कहां गये हैं। इधर, जांच एजेंसियां इस मामले में पिछले कुछ दिनों से फरार चल रहे पीएनबी के डिप्टी मैनेजर गोकुलनाथ शेट्टी के ठिकानों पर भी छापा मार रही है। सीबीआई आज मुंबई के मलाड़ स्थित शेट्टी के घर पर पहुंची और यहां कई दस्तावेज जब्त किये।

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