मानहानि: राम जेठमलानी के बाद अब इस वकील ने छोड़ा केजरीवाल का केस, कहा- अदालत में झेलनी पड़ी शर्मिंदगी
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चल रहे मानहानि के मुकदमे की कानूनी लड़ाई अब उनके नए वकील अनूप जॉर्ज चौधरी ने भी छोड़ने का फैसला किया है। एच चिट्ठी लिखकर चौघधरी ने कहा है कि वो इस केस को छोड़ रहे हैं क्योंकि उन्हें मामले में मुवक्किल ने पर्याप्त जानकारी उपलब्ध नहीं कराई इस वजह से 12 फरवरी की सुनवाई में उन्हें अदालत में शर्मिंदगी झेलनी पड़ी। बता दें कि इससे पहले प्रसिद्ध वकील राम जेठमलानी भी अरविंद केजरीवाल का केस छोड़ चुके हैं। केंद्रीय वित्त मंत्री और भाजपा नेता अरुण जेटली ने अरविंद केजरीवाल पर 10 करोड़ रुपये की मानहानि का मुकदमा ठोका है। केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) में जेटली के अध्यक्ष रहते हुए वित्तीय गड़बड़ियां हुई थी। इस मामले में दिल्ली हाईकोर्ट कई केजरीवाल की खिंचाई कर चुका है।
राम जेठमलानी की फीस के तौर पर दो करोड़ रुपये भी अरविंद केजरीवाल पर बकाया है। जेठमलानी ने केजरीवाल पर झूठ बोलने का भी आरोप लगाया था। जेठमलानी ने दावा किया था कि केजरीवाल के कहने पर उन्होंने अदालत में अरुण जेटली को बदमाश (crook) कहा था लेकिन बाद में केजरीवाल ने अदालत को बताया कि उन्होंने अपने वकील राम जेठमलानी को केन्द्रीय मंत्री अरुण जेटली के खिलाफ “crook” (बदमाश) जैसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करने को कहा था। इस खुलासे के बाद केन्द्रीय मंत्री अरुण जेटली ने अदालत में अरविंद केजरीवाल द्वारा झूठ बोलने के लिए और झूठ शपथ पत्र दायर करने के लिए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।
बता दें कि जेटली वर्ष 1999 से 2013 के बीच डीडीसीए के अध्यक्ष थे। जेटली ने केजरीवाल के अलावा आप नेताओं राघव चड्ढा, कुमार विश्वास, आशुतोष, संजय सिंह और दीपक बाजपेयी के खिलाफ भी मानहानि का मुकदमा दायर किया है। इन लोगों ने जेटली पर वित्तीय अनियमितता के आरोप लगाए थे। जेटली ने अपने ऊपर लगे आरोपों का खंडन किया है। फीस नहीं देने पर जेठमलानी ने कहा था कि बहुत सारे गरीब लोगों का केस लड़ता हूं, समझूंगा इनका भी केस लड़ लिया।