दिल्ली में पलम्बर बन आए शख्स ने 29 वर्षीय महिला बैंक कर्मी का किया बलात्कार
दिल्ली में एक और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां नॉर्थ दिल्ली इलाके में एक राष्ट्रीय बैंक में काम करने वाली 29 वर्षीय महिला का रेप कर दिया गया। महिला ने इस बात की शिकायत पुलिस में करते हुए आपबीती सुनाई है। महिला ने बताया कि कैसे आरोपी व्यक्ति नल रिपेयर करने के बहाने उसके घर में घुसा और उसका रेप कर दिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक घटना 19 दिसंबर की रात की है। फिलहाल पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है। इंडिया टुडे के मुताबिक पीड़ित महिला कुछ महीनों पहले ही दिल्ली आई थी, इससे पहले वह उसी बैंक में दूसरी शहर में काम करती थी। करीब आठ महीने पहले उसका ट्रांसफर दिल्ली कर दिया गया था। उसने अपने बैंक के पास ही रहना सही समझा और किराए पर रहने लग गई।
महिला ने बताया, ‘मैं दिल्ली में नई थी और अकेली थी। मैंने इसलिए अपने ऑफिस के पास ही घर लेना सही समझा। मेरे एक जान पहचान वाले ग्राहक ने मकान मालिक के बारे में मुझे जानकारी दी। बिल्डिंग चार फ्लोर की है, मेरे घर के नीचे मकान मालिक के बेटे का जिम है।’ महिला ने बताया कि बैंक के एटीएम का गार्ड ही उसके घर पर खाना बनाता था। एक रात जब वह घर पहुंची तब गार्ड ने जानकारी दी कि घर में पानी नहीं आ रहा है।
महिला ने अपनी शिकायत में बताया, ‘मैं जब घर पहुंची उस वक्त सर्वेंट मेरे लिए डिनर बना रहा था। उसने मुझे बताया कि घर में पानी नहीं आ रहा है, क्योंकि मुख्य टैंक से वाटर कनेक्शन को बंद कर दिया गया है। मैं नीचे जिम में गई, मकान मालिक के बेटे से मैंने पानी के मुख्य कनेक्शन को खोलने की बात कही, लेकिन उसने मना कर दिया।’ आरोपी उस वक्त जिम में ही मौजूद था उसने दोनों की बातें सुनी और नल खोलने के बहाने महिला के साथ चला गया।
बैंक कर्मचारी महिला ने आगे बताया, ‘मैं रात में अकेले पानी के टैंक के पास नहीं जाना चाहती थी, क्योंकि वह जगह काफी फिसलन वाली थी। इसलिए मैंने सोचा कि उस व्यक्ति की मदद ले ली जाए। वह जैसे ही मेरे साथ मेरे घर पहुंचा, मेरा सर्वेंट वहां से चला गया। उसके जाते ही उस व्यक्ति ने मुझे खींचा और मुझे अजीब तरीके से छूने लगा। मैंने जब इसका विरोध किया तब उसने मुझे बिस्तर पर धकेल दिया और मेरे साथ गंदी हरकत करने लगा। उस दौरान मेरी नजर बिस्तर पर पड़े मेरे टेबलेट पर पड़ी। मैंने उसे उठाया और उस शख्स के चेहरे पर उसे दे मारा और उसे बिल्डिंग से बाहर भगाया।’
पीड़ित महिला के वकील संजीव कुमार ओझा ने बताया कि उससे भी ज्यादा बुरा तो यह रहा कि जब इस घटना की खबर महिला के सहकर्मियों को मिली तो उनका व्यवहार बदल गया। वकील ने बताया कि महिला को उसके सहकर्मी शर्मिंदा करने लगे। ओझा ने कहा, ‘मेरे मुवक्किल को उसके सहकर्मियों द्वारा किस तरह से परेशान किया जा रहा है इसकी शिकायत हमने दिल्ली महिला आयोग से कर दी है।’ महिला ने बताया कि उसके लिए ऑफिस जाना अब मुश्किल होता जा रहा है क्योंकि उसके सहकर्मी उसके साथ सही बर्ताव नहीं कर रहे हैं। महिला ने कहा, ‘मुझे कहा जा रहा है कि मैंने बैंक का नाम खराब किया है, जबकि मैंने तो कहीं भी बैंक का नाम उजागर भी नहिं किया है।’