पीएम मोदी ने दी जर्नलिस्ट बनने की नसीहत, लेकिन कुछ और बनना चाहता है सवाल पूछने वाला लड़का

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को विद्यार्थियों के साथ ‘परीक्षा पर चर्चा’ करते हुए जवाहर नवोदय विद्यालय मुंगेशपुर दिल्ली के एक छात्र को जर्नलिस्ट बनने की सलाह दी थी, लेकिन आपको बता दें कि वह छात्र पत्रकारिता की दुनिया में नहीं जाना चाहता, बल्कि वह एक डॉक्टर बनना चाहता है। दरअसल, तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित हुए इस कार्यक्रम में नवोदय विद्यालय के 11वीं कक्षा के गिरीश नाम के एक छात्र ने पीएम मोदी से ऐसा सवाल पूछा था जिसे सुनकर प्रधानमंत्री भी काफी प्रभावित हुए और उन्होंने छात्र को जर्नलिस्ट बनने तक की सलाह दे डाली।

आपको बता दें कि गिरीश ने पीएम मोदी से सवाल किया था, ‘महोदय मुझे लगता है कि अगले साल हम दोनों की ही बोर्ड की परीक्षा है, क्योंकि मेरी 12वीं की परीक्षा है और आपके लोकसभा चुनाव हैं, तो क्या आपकी इसे लेकर पूरी तैयारी है या आप थोड़े से नर्वस हैं?’ गिरीश का सवाल सुनकर पीएम मोदी ने कहा, ‘अगर मैं आपका टीचर होता तो आपको मैं जर्नलिस्ट बनने की सलाह देता, क्योंकि आपने बहुत ही लपेटकर सवाल पूछा, जो कि एक जर्नलिस्ट की खूबी होती है।’ पीएम मोदी द्वारा गिरीश को जर्नलिस्ट बनने की सलाह दी गई, जिस पर उनसे बाद में जब सवाल किया गया तब गिरीश ने कहा, ‘मेरा लक्ष्य डॉक्टर है। मैं डॉक्टर बनना चाहता हूं। फोकस तो उसी पर रहेगा, लेकिन जर्नलिस्ट के लिए कोशिश जरूर करूंगा क्योंकि इतने बड़े लीडर ने मुझे ऐसी सलाह दी है तो करना चाहिए।’

वहीं पीएम मोदी ने गिरीश के सवाल के जवाब में कहा, “मैं मानता हूं कि आप पढ़ते रहिए, सीखने की कोशिश करते रहिए। पूरा फोकस सीखने पर रखिए। अंदर के विद्यार्थी को जितना ऊर्जावान बना सकते हैं बनाते रहिए। यही जीवन का धर्म बनाकर चलिए। परीक्षा और नतीजे और अंक तो बाइ-प्रोडक्ट होना चाहिए। आपने काम किया है जो रिजल्ट आएगा वो आएगा ही। अंक के हिसाब से चलने से हम शायद उन चीजों को नहीं प्राप्त कर सकते जो हम करना चाहते हैं। राजनीति में भी मैं इसी सिद्धांत में चलता हूं कि सवा सौ करोड़ देशवासियों के लिए जितना मेरे पास समय है, जितनी शक्ति है, ऊर्जा है, जितना दिमाग है सब कुछ सवा सौ करोड़ देशवासियों के लिए खपाता रहूं। हर पल, समय का क्षण-क्षण, शरीर का कण-कण, देशवासियों के लिए लगाता रहूं। चुनाव आएंगे और जाएंगे, वह तो सब बाइ-प्रोडक्ट होता है। दूसरा हम लोगों की स्थिति तो ऐसी है आपकी परीक्षा तो साल में एक बार होती होगी। हमारी दिन में 24 घंटे होती है और हिंदुस्तान के किसी कोने में एक नगरपालिका का चुनाव… अगर हार गए तो ब्रेकिंग न्यूज होता है, ‘ब्लो ऑन मोदी’”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *