दान करने से दूर होती है धन की कमी, इन 4 को खाली हाथ कभी ना लौटाएं
हिंदू धर्म में दान का अत्याधिक महत्व माना जाता है, यह मात्र रिवाज या परंपरा ही नहीं बल्कि धार्मिक ग्रंथों के अनुसार भी माना जाता है कि जब कोई व्यक्ति दान करता है तो उसके प्रभाव से उसे इंद्रिय आसक्ति से मुक्ति मिलती है। शास्त्रों के अनुसार कहा जाता है कि जीवन में सुख-समृद्धि और सभी इच्छाओं की पूर्ति के लिए दान-कर्म करने की सलाह दी जाती है। दान को बहुत बड़ा पुण्य माना जाता है। मान्यता है कि दान करने से मनुष्य के कई पाप मिट जाते हैं और मृत्यु पश्चात स्वर्ग की प्राप्ति होती है। धार्मिक स्थलों पर दान करने की महत्वता तो बहुत समय से है लेकिन घर के द्वार पर आए भिक्षु को खाली हाथ लौटाना हानिकारक हो सकता है। शास्त्रों के अनुसार 4 लोगों को यदि खाली हाथ लौटाया जाए तो भाग्य दुर्भाग्य में बदल जाता है। घर में आने वाली खुशियों में दोष आ जाता है।
भिखारी- यदि घर के दरवाजे पर कोई भिखारी आ जाए तो उसे खाली हाथ नहीं लौटाना चाहिए। पैसे नहीं तो खाने या पहनने लायक वस्तुओं का दान भी किया जा सकता है।
किन्नर- घर या कार्यस्थल के दरवाजे पर किन्नर आकर कुछ मांगे तो उन्हें कभी खाली हाथ नहीं जाने देना चाहिए। किन्नरों को दान करने से कुंडली में बुध ग्रह को मजबूती मिलती है और घर में सुख-समृद्धि आती है। हरे रंग की वस्तु दान करना लाभदायक हो सकता है।
अपाहिज- विक्लांग या लाचार व्यक्ति मदद के लिए घर के द्वार पर आए तो उसकी मदद अवश्य करनी चाहिए। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ऐसे लोगों को शनि-राहु का प्रतीक माना जाता है। इन्हें दान करने से क्रूर ग्रहों के प्रकोप से बचा जा सकता है।
संत- ज्ञानी संत-महात्मा को घर के दरवाजे से खाली हाथ लौटाना अपशगुन हो सकता है। जब भी वो द्वार आएं तो इनसे आशीर्वाद अवश्य लेना चाहिए। ऐसा करने से घर में सुख-शांति आती है।