नीरव मोदी ने विजय अग्रवाल को रखा वकील, लड़ चुके हैं 2जी घोटाला और जज का मुकदमा, खुद को भी मिल चुका है नोटिस
पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी ने अपना केस लड़ने के लिए टॉप वकील को नियुक्त किया है। यह वकील पहले भी कई वीआईपी और घोटाले से जुड़े केस को लड़ चुके हैं। एडवोकेट विजय अग्रवाल 2 जी घोटाले के केस में कई आरोपियों का केस लड़ चुके हैं। वह ओडिशा हाईकोर्ट के पूर्व जज आई एम कुद्दसी का भी एक केस लड़ चुके हैं। बता दें कि फोन बातचीत से जुड़े कुछ तथ्यों के लीक होने के सिलसिले में कुद्दसी दिल्ली कोर्ट आए थे और इस मामले की जांच की मांग की थी। 11 हजार 500 करोड़ के पीएनबी घोटाले के सामने आने के बाद पंजाब नेशनल बैंक ने सीबीआई में नीरव मोदी और दूसरे आरोपियों के खिलाफ आपराधिक केस दायर किया है। नीरव मोदी और उसके परिवार के लोग जनवरी में ही देश छोड़ चुके हैं। न्यूज 18 डॉट कॉम की एक रिपोर्ट के मुताबिक विजय अग्रवाल खुद भी विवादों में रह चुके हैं। 2011 में वकीलों की एक संस्था ने उन्हें कारण बताओं नोटिस जारी किया था। विजय अग्रवाल पर ‘पेशागत दुर्व्यवहार’ का आरोप लगा था।
विजय अग्रवाल जब 2 जी स्कैम में स्वान टेलिकॉम की ओर से शाहिद उस्मान बलवा, विनोद गोयनका, और दूसरे आरोपियों की ओर से केस लड़ रहे थे तो उनपर एक कानून तोड़ने का आरोप लगा था। इस कानून के मुताबिक एक प्रैक्टिसिंग वकील दो पेशों में सक्रिय नहीं रह सकता है। 22 जुलाई 2011 को बार काउंसिल ऑफ दिल्ली ने विजय अग्रवाल को बुलाया और उनसे पूछा कि वह एक साथ चार्टर्ड अकाउंटेंट और वकालत के पेशे कैसे सक्रिय रह सकते हैं। 2013 में विजय अग्रवाल को न्यू देलही बार एसोसिएशन की सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया था। यही नहीं उनके कथित गलत व्यवहार के लिए पटियाला हाउस कोर्ट स्थित उनके चैंबर को सील कर दिया गया था। अग्रवाल पर आरोप है कि उन्होंने कथित रूप से एक वकील के साथ बदतमीजी की थी। इसके अलावा उनपर कोर्ट परिसर में बाउंसर्स बुलाने का आरोप है। बाद में सफाई देते हुए विजय अग्रवाल ने कहा था कि उनको सदस्यता से निष्कासित किया जाना गलत था, और NDBA के अध्यक्ष अपने पद का गलत इस्तेमाल अपने मुवक्किल को फायदा पहुंचाने के लिए कह रहे थे। उन्होंने तब कहा था कि उन्हें उनकी प्रोफेशनल ड्यूटी नहीं करने दी जा रही है।