चीफ सेक्रेटरी से बदलसूकी: राजनाथ हुए आहत, मनोज तिवारी ने बताया ‘शहरी नक्सलवाद’
AAP के कुछ विधायकों पर दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी के साथ हाथापाई करने का आरोप लगने के बाद सियासत गर्म हो गई है। भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने सत्ताधारी आम आदमी पार्टी पर हमला बोला है। कांग्रेस ने इस घटना को प्रशासनिक और संवैधानिक संकट बताते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल को माफी मांगने कहा है। वहीं, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने इसे ‘शहरी नक्सलवाद’ करार दिया है। इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर से इस घटना पर रिपोर्ट मांगी है। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि उनसे दिल्ली सरकार के कुछ अफसरों ने मुलाकात करके हालात की जानकारी दी है। गृह मंत्री ने कहा, ‘दिल्ली सरकार के चीफ सेक्रेटरी से जुड़ी घटना की वजह से मुझे गहरी पीड़ा हुई है। लोकसेवकों को बिना डरे इज्जत से काम करने दिया जाना चाहिए।’
सीएम ऑफिस ने चीफ सेक्रेटरी अंशु प्रकाश के साथ हाथापाई की खबर को आधारहीन करार दिया है। बता दें कि घटना के वक्त मौके पर सीएम अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया भी मौजूद थे। बीजेपी नेता मनोज तिवारी ने अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने यह भी मांग की है कि केजरीवाल के खिलाफ उच्च स्तरीय जांच हो, साथ ही आरोपी विधायकों को निलंबित किया जाए। मनोज तिवारी ने ट्वीट किया, ‘बीती रात अरविंद केजरीवाल और उनके गुंडे विधायकों ने बदसलूकी की और दिल्ली सरकार के चीफ सेक्रेटरी को धमकाया। आम आदमी पार्टी के गुंडों का एक और शर्मनाक कृत्य। यह शहरी नक्सलवाद है।’ वहीं, बीजेपी के एक अन्य वरिष्ठ नेता ने दावा किया कि जब प्रकाश पर हमला हुआ तो सीएम निवास में 9 आप विधायक मौजूद थे।
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने आप पर जोरदार हमला बोला। माकन ने कहा कि केजरीवाल को इस बदसलूकी के लिए माफी मांगनी चाहिए। यह घटना उनके सामने हुई। आप सरकार वादे पूरे करने में नाकाम रही है। सीएम के सामने चीफ सेक्रेटरी को पीटना एक नीच कृत्य है और इसका मकसद सरकार की नाकामियों की तरफ से ध्यान हटाना है। वहीं, सीनियर कांग्रेस लीडर जेपी अग्रवाल ने इस मामले में एलजी की दखल की मांग की है। उन्होंने कहा कि घटना इतनी गंभीर है कि सर्वदलीय बैठक बुलाई जानी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘हमने 15 साल तक सरकार चलाई लेकिन ऐसी कोई समस्या नहीं आई। किसी को अपना स्तर इतना नहीं गिराना चाहिए।’