कश्मीर: फिर आतंकी हमला, अब पुलवामा में एयर फोर्स स्टेशन को बनाया निशाना
कश्मीर में एयर फोर्स स्टेशन पर आतंकियों ने हमला कर दिया। हथियार से लैस आतंकवादियों ने अचानक से वायुसेना के अड्डे की सुरक्षा में तैनात जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी। एयरफोर्स स्टेशन पुलवामा जिले में स्थित है। दूसरी तरफ, पाकिस्तानी गोलीबारी में सीमा पर तैनात सीमा सुरक्षाबल (बीएसएफ) का एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया है। जवान तंगधार क्षेत्र में अग्रिम सुरक्षा चौकी पर तैनात था। आतंकियों ने इससे पहले कश्मीर में स्थित सीआरपीएफ के कैंप को भी निशाना बनाया था। वहीं, जम्मू के सुंजवान सैन्य शिविर पर भी हमला किया गया था। सेना के कैंप पर आतंकी हमले में कई जवान शहीद हो गए थे। आतंकियों से निपटने में कई घंटे लग गए थे। आतंकी पिछले कुछ महीनों से भारतीय सुरक्षाबलों के ठिकानों को निशाना बनाने लगे हैं। श्रीनगर में ही पिछले महीने श्री हरि सिंह अस्पताल पर आतंकियों ने हमला कर एक पाकिस्तानी आतंकी को सुरक्षाबलों की गिरफ्त से छुड़ा लिया था। सुरक्षाबलों ने आतंकी को नियमित स्वास्थ्य जांच के लिए अस्पताल लाया था। मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल का गठन किया गया था। इस दुस्साहसिक मामले में कई लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था।
जम्मू के सुंजवान सैन्य शिविर पर आतंकियों ने 10 फरवरी को हमला किया था। हमले की भयावहता को इसी से आंका जा सकता है कि उसमें छह जवान शहीद हो गए थे। आतंकियों के पास से एके-47 राइफल, अंडर बैरल ग्रेनेड लांचर, गोला-बारूद और ग्रेनेड बरामद किए गए थे। रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने खुद जम्मू जाकर घायल जवानों का हालचाल जाना था। उन्होंने पाकिस्तान को स्पष्ट शब्दों में चेतावनी देते हुए परिणाम भुगतने की बात कही थी। आतंकियों ने सुंजवान हमले के तुरंत बाद श्रीनगर के करन नगर स्थित सीआरपीएफ कैंप पर भी हमला बोल दिया था। सतर्क जवानों ने आतंकियों को बाहर ही रोक दिया था। इसमें एक जवान शहीद हो गए थे। आतंकी कैंप के समीप स्थित एक लावारिस मकान में छुप गए थे। इस वजह से सुरक्षाबलों को निपटने में मुश्किल का सामना करना पड़ा था। वहां भी सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच घंटों गोलीबारी हुई थी। इससे पहले 6 फरवरी को श्रीनगर में ही स्थित श्री महाराज हरि सिंह अस्पताल पर आतंकियों ने हमला बोल दिया था। उस हमले में एक पुलिसकर्मी शहीद हो गया था, जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया था। इस दौरान लश्कर-ए-तैयबा का सरगना अबू दुजाना का करीबी अबू हंजला फरार हो गया था।