चीफ सेक्रेटरी से मारपीट मामले में अरविंद केजरीवाल के साथ आए बीजेपी सांसद, बताया नीरव मोदी से ध्यान भटकाने का हथकंडा
दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी अंशु प्रकाश से मारपीट के आरोप में पुलिस ने आम आदमी पार्टी के विधायक प्रकाश जरवाल को गिरफ्तार कर लिया है। आम आदमी पार्टी की सरकार पर आए इस संकट में बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का साथ दे रहे हैं। हम यहां बात कर रहे हैं पटना साहिब से बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा की। सिन्हा ने ट्वीट करते हुए अरविंद केरजीवाल को सपोर्ट किया है। उन्होंने कहा है कि पीएनबी घोटाले के आरोपी बिजनेसमैन नीरव मोदी के मामले से ध्यान भटकाने के लिए ऐसा किया गया है। सिन्हा ने ट्वीट कर कहा, ‘आप विधायक पर दिल्ली के मुख्य सचिव से मारपीट करने का आरोप लगा है। क्या शर्मनाक पीएनबी स्कैम और नीरव मोदी के फरार होने के मामले पर से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ऐसा किया गया है? एक बात को लेकर मैं निश्चित हूं कि अरविंद केजरीवाल एक सभ्य इंसान हैं और एक सच्चे इंसान भी हैं।’
Alleged “assault” of Chief Secretary of Delhi by AAP MLAs & the ensuing hullabaloo!! Is this yet another attempt to divert attention from the embarrassing issues of the PNB scam & the fleeing Modi? One thing I am certain of. Arvind Kejriwal is a decent man & a man of integrity.
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) February 21, 2018
बता दें कि दिल्ली पुलिस ने आप विधायक प्रकाश जरवाल को दिल्ली के मुख्य सचिव से मारपीट करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें उनके घर से ही गिरफ्तार किया गया है। जरवाल को आज कोर्ट के सामने पेश किया जाएगा। दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री के आवास पर हुई मीटिंग के दौरान आप विधायक अमानतुल्लाह खान और अन्य आप नेताओं ने उनके साथ मारपीट की थी। दिल्ली पुलिस ने अंशु की शिकायत के आधार पर अमानतुल्लाह खान और अन्य नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। वहीं जरवाल ने इस मामले में अपनी सफाई देते हुए मुख्य सचिव पर गाली-गलौच करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मुख्य सचिव ने जातिवादी टिप्पणी की थी। दिल्ली आप के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने इस मामले में कहा, ‘दिल्ली पुलिस ने बिना किसी सबूत के एक चुने गए विधायक को गिरफ्तार किया है। सचिवालय में मंत्री को पीटने वाले आईएएस अधिकारी की गिरफ्तारी के बारे में क्या करेंगे। यहां मंत्री ने भी वीडियो के आधार पर एफआईआर दर्ज करवाई है, लेकिन उसमें कोई गिरफ्तारी नहीं हुई।’