पाकिस्तान को ट्रंप ने फिर दिया झटका, व्हाइट हाउस बोला- आतंक के खिलाफ लड़ाई से संतुष्ट नहीं
व्हाइट हाउस ने शुक्रवार को कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान की ओर से की गई प्रगति से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप संतुष्ट नहीं हैं और अमेरिका पहली बार इस्लामाबाद को उसकी हरकतों के लिए जवाबदेह ठहरा रहा है। पेरिस में वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) की मौजूदा बैठक के बीच व्हाइट हाउस के डिप्टी प्रेस सचिव राज शाह ने यह टिप्पणी की। एफएटीएफ की बैठक में अमेरिका पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय आतंक-वित्तपोषण निगरानी सूची में डालने के प्रयासों का नेतृत्व कर रहा है। शाह ने पत्रकारों को बताया, ‘‘मैं जानता हूं कि पाकिस्तान के साथ अपने रिश्ते में हमने कुछ स्पष्टता लाई है। पहली बार हम पाकिस्तान को उसकी हरकतों के लिए जवाबदेह ठहरा रहे हैं।’’
राष्ट्रपति की दक्षिण एशिया नीति में हुई प्रगति के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में शाह ने कहा, ‘‘इन चिंताओं को वास्तविक रूप में मानने के मामले में हमने पाकिस्तान की ओर से ठीक-ठाक प्रगति देखी है, लेकिन बात जब पाकिस्तान की आती है तो राष्ट्रपति इस प्रगति से संतुष्ट नहीं है।’’ ट्रंप प्रशासन ने पिछले साल अगस्त में दक्षिण एशिया नीति की घोषणा की थी। इस नीति की घोषणा के वक्त ट्रंप ने पाकिस्तान पर आरोप लगाया था कि वह आतंकवादी संगठनों को पाल-पोस रहा है और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान को और ज्यादा कदम उठाने को कहा था।
दूसरी तरफ, पाकिस्तान ने शुक्रवार को कहा कि क्षेत्रीय नेतृत्व की भारत की चाह के कारण पूरे दक्षिण एशिया में समस्याएं पैदा हो रही हैं। विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने अपने साप्ताहिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भारत की हथियार संबंधी तैयारी ने पूरे क्षेत्र को हथियारों की दौड़ में धकेल दिया है। उन्होंने साथ ही चेताया कि पाकिस्तानी बल किसी भी खतरे से अपनी सीमाओं की रक्षा में सक्षम हैं। फैसल ने कहा, ‘‘उसका (भारत का) वर्चस्ववादी रवैया ना सिर्फ पाकिस्तान बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए चिंता की बात है। क्षेत्र में दबदबा कायम करने की भारत की चाह से दक्षिण एशिया में काली छाया पड़ रही है।’’