Sridevi Kapoor: वेबसाइट का दावा- बोनी कपूर को नहीं, होटल स्टाफ को बाथरूम फ्लोर पर बेसुध मिली थीं श्रीदेवी
श्रीदेवी के पार्थिव शरीर को दुबई से आने में हो रही देरी तरह-तरह के सवाल खड़े कर रही है। इस बीच मुंबई की वेबसाइट पिंकविला डॉट कॉम ने दावा किया है कि श्रीदेवी को होटल के बाथरूम फ्लोर पर बेसुध अवस्था में पहली बार होटल स्टाफ ने देखा था। हालांकि, खलीज टाइम्स ने दावा किया है कि घटना के वक्त श्रीदेवी बोनी कपूर के साथ थीं। पिंकविला ने UAE के एक अखबार के हवाले से बताया है कि जब श्रीदेवी अपने कमरे का दरवाजा नहीं खोली तो होटल स्टाफ ने खतरे की घंटी बजाई। वेबसाइट के मुताबिक, होटल के एक सूत्र ने UAE की अखबार को बताया, “रात 10.30 बजे श्रीदेवी ने रूम सर्विस को फोन किया और पानी की मांग की। जब ऑर्डर लेकर एक स्टाफ 15 मिनट के अंदर उनके दरवाजे पर पहुंचा तो कई बार घंटी बजाने के बावजूद श्रीदेवी ने दरवाजा नहीं खोला।”
वेबसाइट के मुताबिक, “कुछ मिनट के बाद जब होटल स्टाफ को शक हुआ, तो उसने अलार्म बेल बजाया। जब होटल स्टाफ ने दरवाजे को तोड़ा तो उन्होंने देखा कि श्रीदेवी बाथरूम फ्लोर पर थीं। ये 11 बजे का वक्त था, तब उनकी नाड़ी चल रही थी।” इस सूत्र ने यह भी कहा कि श्रीदेवी होटल में अकेली रह रही थीं। सूत्र ने यह भी बताया कि श्रीदेवी स्वस्थ दिख रही थीं। अगर उन्हें कुछ दिक्कत थी भी तो इसके लिए उन्होंने शादी में शामिल होने की वजह से होने वाली थकावट को जिम्मेदार बताया था।
रिपोर्ट के मुताबिक, उन्हें तुरंत राशिद अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें देखते ही मृत घोषित कर दिया। बता दें कि ‘खलीज टाइम्स’ के मुताबिक बोनी मुंबई से शाम करीब 5.30 बजे जुमेरा एमिरेट्स टावर्स होटल में श्रीदेवी के कमरे में उन्हें डिनर डेट के लिए सरप्राइज देने पहुंचे थे। बोनी ने उन्हें जगाया और दोनों ने करीब 15 मिनट तक बात की। इसके बाद श्रीदेवी बाथरूम में गईं। 15 मिनट बीत जाने के बाद जब श्रीदेवी बाहर नहीं आईं तो बोनी ने दरवाजा खटखटाया। खलीज टाइम्स के अनुसार, जब अंदर से कोई आवाज नहीं आई तो बोनी ने ताकत लगाकार दरवाजा खोला और देखा कि श्रीदेवी पानी से भरे बाथटब में बेहोश पड़ी हैं। उन्होंने कहा, “बोनी ने उन्हें उठाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं उठीं तो उन्होंने अपने एक मित्र को बुलाया। उसके बाद उन्होंने करीब 9 बजे पुलिस को सूचना दी।” पुलिस और चिकित्सक कमरे में पहुंचे, चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।