बिहार में धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाते हुए एक चर्च के पादरी और उनके कुछ अनुयायियों के साथ मारपीट
बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के बस स्टैण्ड पर सोमवार को असामाजिक तत्वों ने धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाते हुए एक चर्च के पादरी और उनके कुछ अनुयायियों के साथ मारपीट की। पुलिस अधीक्षक जयंतकांत ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने घटनास्थल पहुंचकर हालात पर काबू पा लिया। उन्होंने बताया कि हमलावरों ने आरोप लगाया है कि पादरी और उनके अनुयायी धर्म परिवर्तन करा रहे थे। जयंतकांत ने कहा कि पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
पादरी जोसेफ और उनके अनुयायी बेतिया के जेम्स सेंट पॉल चर्च में आयोजित प्रार्थना सभा में भाग लेने जा रहे थे। उसी बस में बैठे एक यात्री ने अनुयायियों से पूछा कि वे कहां जा रहे हैं। बाद में जब बस बेतिया शहर में प्रवेश करने लगी तब उक्त यात्री ने शोर मचाना शुरू कर दिया। बस के स्टैण्ड पहुंची तभी दर्जनों बाइक पर सवार युवकों व अन्य लोगों ने जोसेफ के महिला एवं पुरुष अनुयायियों को घेर लिया और उनके साथ मारपीट करने लगे।
घटना की सूचना मिलते ही नगर थानाध्यक्ष नित्यानंद चौहान दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और जोसेफ और उनके अनुयायियों को अपने साथ थाना लाए। वहीं दूसरी तरफ, बिहार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने सोमवार को आरोप लगाया कि जिस वाहन के कुचलने से मुजफ्फरपुर में गत शनिवार को 9 स्कूली बच्चों की मौत हो गई थी और 20 अन्य घायल हो गए थे। उसके मालिक की गिरफ्तारी राज्य सरकार के संरक्षण के चलते अभी तक नहीं हुई है।
राजद विधायकों के साथ तेजस्वी ने सोमवार को राजभवन जाकर राज्यपाल से मिलकर आरोपी को शीघ्र गिरफ्तार किए जाने की मांग की। उधर, उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि चाहे किसी भी दल से जुड़ा कोई भी व्यक्ति हो, पुलिस को आरोपी के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। तेजस्वी ने प्रदेश में शराबबंदी को मात्र एक दिखावा बताते हुए ट्वीट कर मुख्यमंत्री से पूछा, ‘‘नीतीश कुमार जी, क्या शराबबंदी में अमीरों को होम डिलीवरी करवाना और बच्चों के भाजपाई हत्यारे को बचाना ही आपका राजधर्म है?’’