जियो ने ट्राई को लिखा पत्र, लगाया- एयरटेल पर लगाया तथ्य छिपाने का आरोप
दूरसंचार कंपनी रिलायंस जियो ने आज आरोप लगाया कि कॉल कनेक्शन शुल्कों से नुकसान होने के भारती एयरटेल के दावे तथ्यों की गलत बयानी व आंकड़ों की गलत व्याख्या है। जियो का कहना है कि एयरटेल इंटरकनेक्शन उपयोक्ता शुल्क (आईयूसी) की प्रक्रिया की समीक्षा को प्रभावित करने के लिए ऐसा कर रही है। प्रमुख दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल ने पिछले सप्ताह रिलायंस जियो पर कॉल कनेक्शन शुल्क के मुद्दे पर दूरसंचार नियामक ट्राई व लोगों को भ्रमित करने का आरोप लगाते हुए दावा किया था कि निचले आईयूसी के कारण बीते पांच साल में उसे 6,800 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ।
जियो का कहना है कि मौजूदा आईयूसी दरों के कारण घाटे संबंधी एयरटेल का बयान बहुत ही गलत व भ्रामक है।
जियो ने इस बारे में आज ट्राई के चेयरमैन आर एस शर्मा को पत्र लिखा है। जियो ने कहा है,‘हम कहना चाहते हैं कि एयरटेल के सारे तर्क झूठे हैं, तथ्यों पर आधारित नहीं हैं और भ्रामक प्रवृत्ति के हैं। हम प्राधिकरण से आग्रह करते हैं कि इस तरह के शरारतपूर्ण दावे के लिए एयरटेल के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए। ’ उक्त आईयूसी दर नियामक ट्राई तय करता है। दूरसंचार कंपनियां अन्य कंपनी के नेटवर्क से आने वाली कॉल पर आईयूसी लगाती हैं। इस समय मोबाइल फोन से की जाने वाली कॉल पर आईयूसी की दर 14 पैसे है। इस मुद्दे को लेकर रिलायंस जियो व एयरटेल में आरोप प्रत्यारोप चल रहे हैं। रिलायंस जियो ने ट्राई के समक्ष अपनी प्रस्तुति में कहा था कि मौजूदा दूरसंचार कंपनियों को आईयूसी मद में एक लाख करोड़ रुपए का लाभ हुआ है। इसके जवाब में एयरटेल ने आरोप लगाया कि रिलांयस जियो ने इस मुद्दे पर नियामक व आम जनता को भ्रमित किया।