कर्ज से हैं परेशान, रंगवाली होली से एक शाम पूर्व करें ये उपाय मिल सकता है समाधान
कर्ज मनुष्य की जरुरतों को आसानी से तो पूरा करता है लेकिन उसे चुकाने में अनेकों कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। यदि कर्ज के बोझ से पीड़ित हैं और चाहते हैं कि जल्द ही इस परेशानी से छुटकारा मिल जाए तो होली की रात को विशेष उपाय आपकी मदद कर सकता है। होली के दिन होलिका दहन का विशेष महत्व माना जाता है। इस दिन कई लोग विशेष सिद्धियों की प्राप्ति के लिए कई उपाय अपनाते हैं। कई स्थानों पर होलिका की राख से होली खेली जाती है और उसके बाद रंगों का इस्तेमाल किया जाता है।
होलिका दहन के स्थान पर एक छोटा-सा गढ्ढा करके उसमें अभिमंत्रित गोमती चक्र तथा तीन कौडियां दबा दें और फिर मिट्टी में लाल गुलाल और हरा गुलाल मिलाकर उस गढ्ढे को भर दें और उसके ऊपर पीले गुलाल से जिससे कर्ज लिया है उसका नाम लिख दें। इसके बाद जब होलिका दहन हो रहा हो तो पान के पत्ते पर 3 बताशे, घी में डुबोया एक जोड़ा लौंग, तीन बड़ी इलायची, काले तिल और गुड़ की एक डली रखकर तथा सिंदूर छिड़ककर पान के पत्ते से ढक दें।
होलिका की परिक्रमा करते हुए हर बार ‘ल्रीं ल्रीं फ्रीं फ्रीं अमुक कर्ज विनश्यते फट् स्वाहा’ मंत्र का जाप करना लाभदायक माना जाता है। इसके बाद कर्जदार का नाम अवश्य लें और होलिका को प्रणाम करके घर वापस आ जाएं। अगले दिन होलिका दहन के बाद उस गढ्ढे से सामग्री निकालकर उसे अगरबत्ती दिखाएं और गुलाल मिश्रित मिट्टी लें और किसी नदी में प्रवाहित कर दें। इसके बाद सभी कर्ज मुक्ति के रास्ते खुल जाएंगे। होलिका दहन को बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है, इसी कारण से इस दिन शुद्ध मन से की गई पूजा हर समस्या का समाधान निकाल देती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार इस दिन भगवान अपने भक्तों की मदद करने के लिए स्वयं आते हैं।