कासगंज दंगे पर पोस्ट लिखने वाले डीएम को योगी सरकार ने थमाई चार्जशीट, एसडीएम को नोटिस
कासगंज विवाद पर आपत्तिजनक फेसबुक पोस्ट लिखने वाले बरेली के डीएम राघवेंद्र विक्रम सिंह और लंबी बैठकों पर सवाल उठाने वाले अमेठी के एसडीएम अशोक शुक्ला को योगी आदित्यनाथ सरकार ने नोटिस देकर जवाब-तलब किया है। आरोप है कि दोनों अफसरो ने संवेदनशील मौकों पर पोस्ट लिखकर विवाद को बढ़ावा दिया। जिससे सरकार को असहज स्थिति का सामना करना पड़ा।
दोनों अफसरों से सरकार ने 15 दिन के भीतर जवाब दाखिल करने को कहा है। प्रदेश के नियुक्त एवं कार्मिक विभाग ने इस बाबत मंगलवार को जानकारी दी है। यदि अफसरों के जवाब संतोषजनक नहीं पाए गए तो जांच अधिकारी नियुक्त कर दोनों के खिलाफ आरोपों की जांच होगी और फिर कार्रवाई।
कासगंज में तिरंगा यात्रा के दौरान 23 वर्षीय चंदन नामक युवक की हत्या के बाद बरेली के डीएम राघवेंद्र विक्रम सिंह ने एक पोस्ट लिखी थी, जिसमें कहा था-अजीब रिवाज बन गया है मुस्लिम मुहल्लों में पाकिस्तान विरोधी नारे लगाने का….। उनकी पोस्ट पर काफी हंगामा मचा तो सरकार के मंत्रियों ने हद में रहने की नसीहत दी थी। जिसके बाद डीएम ने पोस्ट डिलीट कर दी थी। शासन के निर्देश पर बरेली के कमिश्रनर जगमोहन ने अपनी जांच में डीएम राघवेंद्र विक्रम सिंह के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की थी।
जिसके बाद योगी आदित्यनाथ सरकार ने उनके खिलाफ चार्जशीट जारी कर जवाब-तलब किया है। उधर अमेठी के शुक्ला पर आरोप है कि उन्होंने फेसबुक पर पोस्ट लिखकर शासन स्तर पर होने वाली लंबी बैठकों से अफसरों का स्वास्थ्य खराब होने की बात कही थी। इसे भी अनुशासनहीनता और सेवा नियमावली के विपरीत आचरण मानते हुए एसडीएम को नोटिस जारी की गई है।