सौरव गांगुली से छिन सकता है CAB प्रेसिडेंट का पद, अमित शाह और बेटे जय शाह की जा सकती है कुर्सी
कमेटी ऑफ एडमिनिस्ट्रेटर (सीओए) ने बीसीसीआई के कार्यवाहक अध्यक्ष, सेक्रेटरी अमिताभ चौधरी और कोषाध्यक्ष अनिरुद्ध चौधरी को उनके काम से मुक्त करने का फैसला किया है। ऐसा माना जा रहा है कि यह फैसला मंगलवार को मुंबई में हुई सीओए की बैठक में लिया गया है। हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, सूत्रों का कहना है कि 5 मार्च को सीओए सुप्रीम कोर्ट को अपनी रिपोर्ट सौंपेगा, जिसमें इन तीन अधिकारियों को उनके पद से हटाने को लेकर सूचित किया जाएगा। इसके साथ ही यह कयास भी लगाए जा रहे हैं कि क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल के अध्यक्ष और पूर्व क्रिकेटर सौरव गांगुली को भी उनके पद से हटाया जा सकता है और गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष अमित शाह और सेक्रेटरी जय शाह से भी उनका पद छिन सकता है।
रिपोर्ट के अनुसार, तीन साल के कार्यकाल के बाद इन अधिकारियों को अपना पद छोड़ना होगा। इसके अलावा जिन स्टेट एसोसिएशन्स ने अभी तक लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों को मंजूर नहीं किया है उनके उच्च अधिकारियों को इस मामले को लेकर एफिडेविट जमा कराना होगा। लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों के अनुसार तीन साल का कार्यकाल खत्म करने के बाद उच्च अधिकारियों को अपने पद से हटना होगा। वहीं इसे ध्यान में रखते हुए अमित शाह, जय शाह और सौरव गांगुली की कुर्सी पर सीओए की कैंची चल सकती है।
वहीं सीओए ने जिन तीन अधिकारियों को हटाने का फैसला किया है उनके सीओए के साथ कामकाजी सम्बंध ठीक नहीं हैं। हाल ही में दोनों के बीच डे-नाइट टेस्ट मैचों का आयोजन करने को लेकर मतभेद हुए थे। अगस्त 2017 को अपनी रिपोर्ट में सीओए ने कहा था कि इन तीनों पदों पर आचरण आयोग्य था और वे लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों को लागू कर उन्हें अच्छा बनाने की स्थिति में नहीं थे। इनसे पहले अनुराग ठाकुर, अजय शिर्के को भी सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद 2 जनवरी 2017 क्रमशः बीसीसीआई अध्यक्ष और सचिव पद से हटा दिया गया था।