NDA की झोली में आया मेघालय, कोनराड संगमा होंगे नये CM, 6 मार्च को नयी सरकार का गठन
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की झोली में पूर्वोत्तर का एक और राज्य आ गया है। मेघालय में पूर्व लोकसभा स्पीकर पी ए संगमा के बेटे कोनार्ड संगमा की पार्टी नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) बीजेपी समेत दूसरे दलों के साथ मिलकर सरकार बना रही है। इस बावत कोनार्ड संगमा ने रविवार (4 मार्च) को राज्यपाल गंगा प्रसाद से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया। NPP ने विधानसभा चुनाव में 19 सीटें जीती हैं। राज्य में सरकार बनाने के लिए 31 सीटें चाहिए। NPP बाकी सीटें सहयोगियों के समर्थन से हासिल करने का दावा कर रही है। कोनार्ड संगमा ने 34 विधायकों के समर्थन का दावा किया है। राज्य में नयी सरकार का गठन 6 मार्च को सुबह 10.30 बजे होगा। मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का चयन अभी तक नहीं किया गया है, लेकिन इस रेस में कोनार्ड संगमा सबसे आगे चल रहे हैं। राज्यपाल से मुलाकात के बाद कोनार्ड संगमा ने कहा कि मौजूदा सदन की अवधि 7 मार्च को खत्म हो रही है, लिहाजा उससे पहले सारी चीजें हो जानी जरूरी है, इस लिहाज से अगले दो-तीन दिन काफी अहम हैं। उन्होंने कहा कि 5 मार्च तक सारी चीजें स्पष्ट हो जाएंगी।
इधर बीजेपी के कद्दावर नेता हेमंत विस्व सरमा ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा है कि कोनार्ड संगमा मेघालय के अगले मुख्यमंत्री होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में कोई उपमुख्यमंत्री नहीं होगा। इस बीच कोनार्ड संगमा ने कहा कि उन्हें पता है कि गठबंधन की सरकार को चलाना आसान काम नहीं है लेकिन उन्हें विश्वास है कि जो भी विधायक उनके साथ हैं वह राज्य और लोगों के प्रति समर्पित हैं। उन्होंने कहा कि सभी लोग मिलकर राज्य के विकास के लिए काम करेंगे। राज्य में 6 सीटें जीतने वाली यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (UDP) ने NPP को समर्थन देने की घोषणा की है। UDP मुखिया डोनकपूर राय ने कहा कि वह राज्य में गैर कांग्रेसी सरकार बनाने के पक्ष में हैं। वहीं 2 सीटें जीतने वाली हिल स्टेट पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (HSPDP) भी NPP के साथ है।
बता दें कि मेघालय में पहले कांग्रेस का शासन था, लेकिन अब वहां NDA सरकार बनाने जा रही है। इस चुनाव में कांग्रेस 21 सीटें पाकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी। हालांकि पार्टी सरकार बनाने के जरूरी आंकड़े से काफी पीछे रह गई। कांग्रेस ने इस राज्य में सरकार बनाने की संभावनाएं तलाशने के लिए अपने दो वरिष्ठ नेताओं को यहां भेजा था, हालांकि उन्हें कामयाबी हासिल नहीं हो सकी। कांग्रेस ने भी राज्यपाल से मिलकर पूर्व सीएम मुकुल संगमा के नेतृत्व में सरकार बनाने का दावा ठोका है।