मनी लांड्रिंग में फंसी मीसा भारती ने पति और CA पर डाली जिम्मेदारी, बोलीं- वही चला रहे थे कंपनी
मनी लांन्ड्रिंग मामले में ED की जांच का सामना कर रहीं राज्यसभा एमपी मीसा भारती ने सवालों में आई कंपनी को खुद से अलग बताया है। लालू यादव की बेटी मीसा भारती का कहना है कि मनी लांड्रिंग के लिए जांच दायरे में आई कंपनी को उनके पति और एक सीए चला रहा था। सीए की मृत्यु हो चुकी है। वहीं प्रवर्तन निदेशालय कहना है कि मुखौटा कंपनियों के जरिए 1.2 करोड़ रुपये की मनी लांड्रिंग के षडयंत्र में यह दंपत्ति ‘सक्रिय रूप से शामिल’ था। निदेशालय ने इस दंपत्ति के खिलाफ आरोप पत्र दिसंबर में दाखिल किया था। इसमें कहा गया है कि ‘अपराध से जुटाए गए धन से ये दोनों भी सक्रिय रूप से संम्बद्ध रहे और पक्ष हैं इसलिए मनी लान्ड्रिंग अपराध के दोषी हैं।’ दिल्ली की एक अदालत ने आरोप पत्र पर संज्ञान लेते हुए अभियोजन शिकायत को मनी लान्ड्रिंग निरोधक कानून के तहत माना है और दंपत्ति को इस मामले में आरोपी के रूप में सम्मन किया है। मीसा व उसके पति को 5 मार्च को अदालत में पेश होना है। यह मामला मीसा भारत व उनके पति द्वारा अपनी कंपनी मिशैल पैकर्स एंड प्रिंटर्स प्राइवेट के नाम पर दिल्ली में एक फार्म हाउस की खरीद से जुड़ा है। इस मामले में निदेशालय मीसा भारती से पूछताछ कर चुका है।
आरोप पत्र की प्रति पीटीआई भाषा को मिली है। इसके अनुसार राजद अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव की बेटी मीसा ने एक संक्षिप्त जवाब दिया और एजेंसी से कहा है कि संबंधित फर्म का रोजमर्रा का कारोबार उसके पति शैलेष कुमार देख रहे थे जबकि कंपनी का वित्तीय ब्यौरा कंपनी का सीए संदीप शर्मा देख रहा था। संदीप शर्मा का निधन हो चुका है। एजेंसी के अनुसार मीसा का कहना है कि कंपनी व इसके द्वारा खरीदे गए फार्म हाऊस संबधी सवालों का जवाब तो उसके पति व ‘दिवंगत सीए’ ही बेहतर दे सकता है। बता दें कि ED ने दिल्ली स्थित मीसा भारती के एक फार्म हाउस को सीज कर लिया है। इस मामले में अभी जांच चल ही रही है।