40 से ज्यादा नक्सलियों ने एक स्कूल पर आधी रात को धावा बोल खेली खून की होली, 2 भाइयों की मौत
जमुई के बरहट प्रखंड के पचेश्वरी गांव की एक स्कूल पर शुक्रवार आधी रात धावा बोल हथियारबंद नक्सलियों के एक दल ने दो लोगों की गोली मार हत्या कर दी। इस तरह नक्सलियों ने जमुई में खून की होली खेली। भागलपुर रेंज के आईजी सुशील खोपड़े के मुताबिक हत्या किस वजह से की गई यह अभी पता नहीं चल सका है। जमुई एसपी के नेतृत्व में नक्सलियों की गिरफ्तारी के लिए सघन छापेमारी की जा रही है। खबर लिखने तक किसी के पकड़े जाने की सूचना नहीं है। मृतक दोनों भाई है। यह तो इत्तफाक की बात रही कि इनका एक भाई उस वक्त शौचालय गया हुआ था। वरना तीनों ही मारे जाते। इस घटना के बाद से ग़ांव में दहशत और आक्रोश का माहौल है।
आईजी खोपड़े को मिली सूचना के मुताबिक करीब 40 -50 की तादाद में नक्सलियों का दल जमा हो हमला करने आया था। यह रात दो बजे की बात है। उस वक्त ये लोग ग़ांव के पचेश्वरी स्कूल में सोए हुए थे। इनके साथ ग़ांव के और लोग भी स्कूल में सोए थे। मगर नक्सलियों ने एक ही परिवार के 3 लोगों को टारगेट करते हुए उन्हें स्कूल से बाहर बुलाया। जब वे बाहर नहीं निकले तो नक्सलियों ने स्कूल के दरवाजे को तोड़ दिया। और अंदर प्रवेश कर गए। वहां सबसे पहले नौजवान मदन कोड़ा की गोली मारी। नतीजतन वह फौरन वहीं ढेर हो गया।
इसके बाद नक्सलियों ने मदन कोड़ा के दूसरे भाई प्रमोद कौड़ा के कमरे का दरवाजा यह कहकर खुलवाया कि कुछ नहीं करेंगे लेकिन दरवाजा खोलते ही उन्होंने प्रमोद को भी गोली मारकर जान ले ली। यह तो गनीमत रही कि इस दौरान मदन कोड़ा का तीसरा भाई रंजीत कोड़ा शौच के लिए बाहर गया हुआ था। जैसे ही उसने नक्सलियों को भीड़ में देखा वह वहां से भाग गया और इस तरह उसने अपनी जान बचाई।
नक्सलियों के हमले और जान लेने के पीछे की वजह अभी साफ नहीं हैं। इसे लेकर क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चा है। पुलिस भी इस मामले को लेकर अभी तक किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है। घटना को लेकर इलाके में दहशत का माहौल है। आईजी ने बताया कि पुलिस ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। वाकए की वजह का पता लगाया जा रहा है। उम्मीद है जल्द हत्यारों और हत्या के कारण का पता पुलिस लगा लेगी। इस सिलसिले में आईजी ने खास हिदायतें दी है।