पहले से 93 लाख रुपए के गबन का आरोप, अब होगी 90 लाख के घपले की दूसरी एफआईआर

भागलपुर डिवीजन के बांका ज़िले में चांदन ब्लाक के नाजिर शैलेन्द्र कुमार के खिलाफ 90 लाख रुपए फर्जीवाड़े की एफआईआर दर्ज करने का आवेदन वहां के बीडीओ श्याम कुमार ने पुलिस में दिया है। ध्यान रहे कि इसी साल नाजिर शैलेन्द्र कुमार पर कल्याण महकमा के 93 लाख गबन के आरोप में एक प्राथमिकी पहले से पुलिस में लिखवाई हुई है। जिसका नंबर 109/18 है। दरअसल कल्याण महकमा के घपले की बात सामने आने और एफआईआर दर्ज कराए जाने के बाद बांका के ज़िलाधीश ने चांदन ब्लाक में इनके पदस्थापना के दौरान सरकारी लेनदेन की गहराई से जांच कराने का वहां के बीडीओ को दिया। बताते हैं कि शैलेन्द्र कुमार चांदन ब्लाक में 12 साल तक पोस्टेड रहे। डीएम के आदेश के बाद इनके कार्यकाल के हाल के तीन साल की जांच कराई गई। जिसमें 25 चेक के जरिए 90 लाख रुपए का फर्जीवाड़ा कर लेने की बात सामने आई है।

सरकारी सूत्रों के मुताबिक घपले की रकम और बढ़ सकती है। नाजिर शैलेन्द्र कुमार के खिलाफ पुलिस में दिए दरखास्त के साथ बीडीओ ने 287 पेज की जांच रपट भी लगाई है। इसमें लिखा है कि सक्षम अधिकारी से चेक पर दस्तखत करा लिखी रकम में हेराफेरी (टेंपरिंग) कर लेता था। और मनमानी रकम चेक में भर बैंक से निकासी कर लेता था। सरकारी धन का फर्जीवाड़ा करने का यही तरीका अपनाया। बीडीओ ने इनके पूरे कार्यकाल की जांच कराने के बाबत ज़िलाधीश को लिखा है। हैरत की बात यह है कि 25 चेक की टेंपरिंग कर 90 लाख रुपए का फर्जीवाड़ा निकासी इन्हीं बीडीओ श्याम कुमार के कार्यकाल के दौरान ज्यादा हुआ है।

बहरहाल पुलिस मामले की तहकीकात कर रही है। यहां यह बताना जरूरी है कि सृजन घोटाले से जुड़ी सौ करोड़ रुपए से ज्यादा की बांका में दर्ज दो एफआईआर की जांच सीबीआई पहले से कर रही है। ताजा यह घपला सृजन से अलग है। मगर यह घपला उजागर होने के बाद एक बात फिर साफ हुई है कि सरकारी धन की हेराफेरी की आलाधिकारियों के स्तर से अनदेखी सृजन जैसे घोटाले सामने आने के बाद भी जारी है।

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