मेघालय में सरकार बनाने के लिए 34 विधायकों की चिट्ठी सौंपी, एनपीपी ने पेश किया दावा
मेघालय में त्रिशंकु विधानसभा के बाद सरकार बनाने को लेकर घमासान जारी है। सबसे बड़े दल के रूप में उभरी कांग्रेस के तीन नेताओं कमलनाथ, अहमद पटेल और सीपी जोशी ने राज्यपाल गंगा प्रसाद से मुलाकात कर राज्य में सरकार बनाने का दावा पेश किया। रविवार शाम नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के प्रमुख कोनराड के संगमा ने भी गठबंधन सरकार के गठन के लिए राज्यपाल से मिलकर कर उन्हें 34 विधायकों के समर्थन की चिट्ठी सौंपी। इस बीच, मुख्यमंत्री मुकुल संगमा ने इस्तीफा दे दिया। यूनाईटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (यूडीपी) के एक नेता ने बताया कि एनपीपी के प्रमुख कोनराड के संगमा ने सरकार के गठन के लिए राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा ठोका।
रीजनल डेमोक्रेटिक अलायंस (आरडीए) के नाम से गठित इस गठबंधन में चार दल – एनपीपी, यूडीपी, हिल स्टेट पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (एचएसपीडीपी) और भाजपा शामिल हैं। एनपीपी ने विधानसभा चुनाव में 19 सीटें जीती हैं। कोनराड संगमा ने यहां राजभवन के बाहर संवाददाताओं से कहा कि हमने राज्यपाल से भेंट कर उन्हें 34 विधायकों के समर्थन की चिट्ठी सौंपी जिनमें एनपीपी के 19, यूनाईटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (यूडीपी) के छह, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के चार, हिल स्टेट पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (एचएसपीडीपी) और भाजपा के दो-दो विधायक व एक निर्दलीय विधायक शामिल हैं। एनपीपी नेता पूर्व लोकसभा अध्यक्ष दिवंगत पीए संगमा के सबसे छोटे बेटे हैं। कोनराड अपने पिता के निधन के बाद तुरा सीट के उपचुनाव में लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए। गठबंधन सरकार चलाने की चुनौतियों के बारे में पूछे जाने पर 40 वर्षीय नेता ने कहा कि यह आसान काम नहीं है। लेकिन हमारा समर्थन कर रहे दल लोगों और राज्य के कल्याण के लिए काम करने की खातिर प्रतिबद्ध हैं। हम एक समान एजंडे पर काम करेंगे।
डीपी के अध्यक्ष और आरडीए के प्रमुख दोनकुपर रॉय ने यहां संवाददाताओं से कहा कि उनकी पार्टी ने इस शर्त पर एनपीपी को समर्थन देने की सहमति जताई है कि एनपीपी नीत गठबंधन के सरकार का गठन करने पर संगमा मुख्यमंत्री होंगे। उन्होंने कहा कि कोनराड संगमा शर्त पर सहमत हो गए और हम एक स्थिर सरकार का गठन करेंगे। भाजपा यहां की सरकार का हिस्सा होगी। यूडीपी प्रमुख ने कहा कि मुकुल संगमा भी उनसे मिले थे और उन्होंने यूडीपी और कांग्रेस के बीच साझा आधार पर ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद की पेशकश की। उन्होंने कहा कि मैंने प्रस्ताव ठुकरा दिया और उसकी बजाय एक गैर कांग्रेस सरकार के गठन का फैसला किया।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कमलनाथ ने बताया, ‘हमने राज्यपाल से मुलाकात की और उनसे कहा कि परंपरा के मुताबिक, सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने के बाद राज्य में सरकार बनाने के लिए पहले उन्हें आमंत्रित किया जाए।’ शनिवार को घोषित नतीजों में कांग्रेस ने राज्य की 59 में से 21 सीटों पर कब्जा किया पर बहुमत के लिए पार्टी 10 सीटों से पीछे रह गई। उधर, मेघालय कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष विंसेट एच पाला को अबी भी उम्मीद है कि यूनाईटेड डेमोक्रेटिक पार्टी और पीपुलल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट जैसी क्षेत्रीय पार्टियां कांग्रेस का समर्थन करेगी। पाला ने कहा कि हम बातचीत कर रहे हैं। हम उम्मीद करते हैं कि वे हमें समर्थन देंगे।
’कांग्रेस नेताओं ने भी राज्यपाल से मुलाकात की और कहा कि परंपरा के मुताबिक पहले सबसे बड़ी पार्टी को सरकार बनाने का आमंत्रण मिलना चाहिए
’यूडीपी प्रमुख ने कहा कि उनकी पार्टी ने कांग्रेस के साथ साझा आधार पर ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद की पेशकश को ठुकराया
’क्षेत्रीय पार्टियों का रीजनल डेमोक्रेटिक अलायंस (आरडीए) गठित इसमें एनपीपी, यूडीपी, हिल स्टेट पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (एचएसपीडीपी) और भाजपा शामिल हैं।