महंगाई को लेकर कांग्रेस का प्रदर्शन
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस ने केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार के खिलाफ पेट्रोल, डीजल, किरोसिन तेल, एलपीजी और अन्य जरूरी वस्तुओं के दामों को लेकर रविवार को पूरी राजधानी में 280 जगहों पर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि जरूरी वस्तुओं के दामों में बेतहाशा बढ़ोतरी के लिए दोनों केंद्र और राज्य सरकारें जिम्मेदार हैं। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे माकन ने कहा कि लोग अब समझ गए हैं कि कांग्रेस के नेतृत्व में ही देश चल सकता है।
केंद्र और राज्य सरकारों को जिम्मेदार ठहराते हुए माकन ने कहा कि केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर 11 बार उत्पाद शुल्क बढ़ाई है और दिल्ली सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर 3 बार वैट की दरें बढ़ाई हैं। जिसके कारण 2014 से 2018 के बीच पेट्रोल पर उत्पाद और वैट की बढ़ोतरी 95 फीसद हुई है और डीजल पर यह बढ़ोतरी 208 फीदस हुई है। यदि पेट्रोल और डील से उत्पाद और वैट हटा दिया जाए तो पेट्रोल के दाम 37 रुपए प्रति लीटर और डीजल के दाम 37.78 रूपये प्रति लीटर हो जाएंगे। अजय माकन ने आरोप लगाया कि सरकार राजधानी में जमाखोरी पर लगाम लगाने में भी असफल रही है जो कि जरूरी वस्तुओं के दामों में बढ़ोतरी का भी एक कारण है।
महंगाई, सीलिंग और आम लोगों को सुविधाएं देने में विफल रहे केंद्र और दिल्ली सरकार के खिलाफ रविवार को दिल्ली के कालकाजी, सुल्तानपुरी, मंगोलपुरी और गौतमपुरी बाबरपुर में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया और सरकार के पुतले फूंके। प्रदर्शन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन, पूर्व विधायक जयकिशन, पूर्व विधायक सुभाष चोपड़ा, पूर्व निगम पार्षद खविंद्र सिंह कैप्टन, मतीन अहमद और भीष्म शर्मा सहित अन्य नेताओं ने किया। सुल्तानपुरी के पूर्व विधायक जयकिशन की अगुवाई में सुल्तापुरी जलेबी चौक, बस टर्मिनल और मंगोलपुरी पुलिस स्टेशन के सामने रविवार सुबह से दोपहर तक धरना प्रदर्शन किया।