खराब एएफसी दरवाजों से मेट्रो को लग रहा चूना
मेट्रो स्टेशनों पर खराब एएफसी गेटों से यात्रियों के साथ दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) को भी चूना लगा रहे हैं। सोमवार को समयपुर बादली स्टेशन से मेट्रो में सवार होने वाले यात्री ने जब राजीव चौक पर बाहर निकलने के लिए अपना स्मार्ट कार्ड स्वचालित किराया गेट मशीन में लगाया तो देख कर हैरान रह गए कि बादली से राजीव चौक स्टेशन तक का उनका किराया 27 रुपए कटा जबकि रोज 36 रुपए कटते थे। फिर उन्होंने स्टेशन प्रबंधन से पूछा तो कंप्यूटर से जुड़े मशीन पर अपना कार्ड लगा कर फिर जांच की लगे स्क्रीन में देखकर और हैरान हुए क्योंकि मशीन यात्रा के शुरुआती स्टेशन की भी गलत जानकारी दे रही थी। मशीन ने शुरुआती स्टेशन का नाम शाहदरा बताया जबकि यात्री उनका कहना है कि वे दो साल से शहादरा नहीं गए हैं।
हितेश ने राजीव चौक के गेट संख्या तीन पर बने नियंत्रण कक्ष से संपर्क किया और पूछताछ की जिसमें मेट्रो स्टेशन राजीव चौक के अधिकारियों ने समयपुर बादली मेट्रो स्टेशन पर संपर्क किया और पूरे मामले का पता लगाया, लेकिन मेट्रो को होने वाले नुकसान की भरपाई नहीं हो सकी। उन्होंने कहा कि बादली मे मेरे जैसे सैकड़ों यात्री चढ़े थे लिहाजा यह गड़बड़ी उन सभी के साथ हुई होगी। इस पर राजीव चौक के अधिकारी ने कहा की कभी-कभी गेट की खराबी से ऐसी दिक्कत हो जाती है। ऐसे मामले में जो यात्री हमारे पास आता है, उसका अधिक लगा किराया हम वापस दे देते हैं। अधिकारियों ने यह भी माना कि गेट खराब होने से टोकन में भी दिक्कत आती है। राजीव चौक, नोएडा, वैशाली सहित लगभग हर लाइन पर कोई न कोई गेट आए दिन खराब रहता है।
समयपुर बादली मेट्रो स्टेशन पर तो कई बार मेट्रो यात्रियों की ओर से गेट खराब होने की शिकायत भी दर्ज कराई गई है पर संबंधित अधिकारी चुप हैं। समयपुर बादली मेट्रो स्टेशन पर कुल एएफसी गेट की संख्या भी चार ही है जिसमें दो तो आए दिन खराब रहते हैं। जबकि पिछले दिनों स्मार्ट कार्ड में मिलने वाले छूट नहीं मिल पा रही थी। डीएमआरसी प्रवक्ता का कहना है कि अगर गेट की खराबी से ऐसा कोई मामला हुआ है तो उसकी जांच कर उसे ठीक किया जाएगा। खराब गेटों को आम तौर से मरम्मत तक बंद कर दिया जाता है।