समर्थकों की इस हरकत पर रजनीकांत ने मांगी माफी, जानें क्या है वजह
रजनीकांत ने राजनीति में प्रवेश के बाद पहली बार जनता को संबोधित किया था। चेन्नई के मदुरावॉय में उनके आगमन पर अवैध चंदाखोरी और बैनर के निर्माण पर कड़ी आलोचना होने के बाद सुपस्टार रजनीकांत ने जनता से माफी मांगी। रजनीकांत ने अपने प्रशंसक क्लबों से भविष्य में ऐसा नहीं करने का अनुरोध किया है। रजनीकांत ने एमजीआर एजुकेशनल और रिसर्च इंस्टीट्यूट में संबोधन में कहा, “मुझे लगता है कि मेरे प्रशंसकों ने हाईकोर्ट के आदेश का उल्लघंन करते हुए बैनर को सार्वजनिक रूप से बांटा।” रजनीकांत ने कहा, “मैं प्रशंसकों से अनुरोध करता हूं कि वे ऐसी गतिविधियों में शामिल न हों और मैं असुविधा के लिए माफी चाहता हूं।”
रजनीकांत के फैन्स द्वारा लगाए गए बैनरों ने 6 किमी की दूरी को कवर कर लिया। इसके साथ ही फुटपाथ को भी कवर कर लिया था। इसके कारण पैदल यात्रियों को निकलने में कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ा। ज्यादातर बैनर गिर रहे थे या फिर लकड़ी को पोल के सहारे टिके थे। अभिनेता रजनीकांत की अन्य राजनेताओं की तरह पब्लिक सुरक्षा के बारे में जानने में नाकाम रहने के कारण लोगों ने आलोचना की।
एक्टिविस्ट जयरमन वेंकटेशन ने कहा, “यह नगरपालिका कानून का उल्लंघन है और अदालत की अवमानना भी है। लेकिन पुलिस इन अवैध बैनरों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज नहीं करेगी। नगर निगम को भी कार्रवाई करनी चाहिए। रजनीकांत के मामले में यह बहुत निराशाजनक है। यदि वह सिस्टम में परिवर्तन करना चाहते हैं, तो उन्हें अपने फैन्स को कहना चाहिए कि इस तरह से बैनर नहीं लगाएं।” बता दें कि रजनीकांत ने अपने भाषण में कहा, ”जयललिता नहीं रहीं और करुणानिधि बीमार हैं। तमिलनाडु को एक नेता की जरूरत है। मैं आऊंगा और उस खाली जगह को पूरा करूंगा।”