अब उत्तर प्रदेश में तोड़ी अंबेडकर की मूर्ति, उपराष्ट्रपति ने कहा- ऐसे लोग पागल-बेशर्म
महानायकों की मूर्तियां तोड़े जाने का सिलसिला देश में थम नहीं रहा। मंगलवार देर रात उत्तर प्रदेश के मेरठ में शरारती तत्वों ने डॉ.भीमराव अंबेडकर की मूर्ति तोड़ दी। मामले की जानकारी होने पर स्थानीय लोगों ने हंगामा किया। मवाना इलाके के लोगों ने इस बाबत मूर्ति को बदलने की मांग की। सूचना पर सीओ मवाना भी घटनास्थल पहुंचे। पुलिस ने अंबेडकर की मूर्ति बदलने का आश्वासन देने के साथ अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। वहीं, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने इस प्रकार के मूर्ति कांड पर नाराजगी प्रकट की है। उन्होंने कहा है कि ऐसे लोग पागल और बेशर्म होते हैं। आपको बता दें कि बीजेपी की त्रिपुरा में जीत के बाद देश के कई हिस्सों में हिंसा, मारपीट, आगजनी और तोड़-फोड़ शुरू हो गई थी। माकपा इस हिंसा के पीछे बीजेपी का हाथ मान रही है, जबकि बीजेपी का कहना है कि उसकी परंपरा में हिंसा का सहारा नहीं लिया जाता। मूर्ति तोड़ विवाद की शुरुआत दक्षिण त्रिपुरा जिले के बेलोनिया उपखंड में लेनिन की प्रतिमा बुल्डोजर से ढहाए जाने के साथ शुरू हुई थी।
तमिलनाडु में इससे पहले समाज सुधारक रहे पेरियार की मूर्ति गिराए जाने के बाद मूर्ति तोड़ सियासत शुरू हो गई है। ताजी घटना कोयंबटूर से आ रही है। यहां बीजेपी कार्यालय पर पेट्रोल बम फेंका गया। हमलावरों की फिलहाल पहचान नहीं हो पाई है। पेट्रोम बम फेंकने की यह घटना चिथापुडुर में सुबह चार बजे की बताई जा रही है। पुलिस शिकायत के आधार पर मामले की जांच-पड़ताल कर रही है। अच्छी बात यह रही कि जब अज्ञात हमलावरों ने पेट्रोल बम फेंका था, तब कार्यालय बंद था। बीजेपी कार्यालय पर इस हमले से पहले तमिलनाडु में पेरियार की प्रतिमा को हथौड़े से तोड़ दिया गया था। बीजेपी नेता एच.राजा के एक सोशल मीडिया पोस्ट के बाद पेरियार की मूर्ति तोड़ी गई थी। समाज सुधारक की मूर्ति गिराने के आरोप में मुथुकुमारन और फ्रांसिस नाम के लोगों को गिरफ्तार किया गया था। सूत्रों की मानें तो मुथुकुमारन बीजेपी से जुड़े बताए जा रहे हैं।