नगालैंड में एनडीए सरकार, नेफ्यू रियो चौथी बार बने सीएम
नेफ्यू रियो ने नगालैंड के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। वह चौथी बार राज्य के मुख्यमंत्री बन गए हैं। इसके साथ ही रियो राजभवन के बाहर शपथ लेने वाले नगालैंड के पहले मुख्यमंत्री बन गए हैं। यह पहला मौका है जब नगालैंड में मुख्यमंत्री और उनके सहयोगी मंत्रियों ने इस तरह से सार्वजनिक रूप से कोहिमा लोकल ग्राउंड में शपथ ली। राज्यपाल पी बी आचार्य ने रियो समेत 11 मंत्रियों को मैदान के मुख्य मंच से पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह का स्थल इस मायने में भी महत्वपूर्ण है कि एक दिसंबर, 1963 को यहीं से तत्कालीन राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने नगालैंड राज्य के गठन की घोषणा की थी।
आपको बता दें कि नगालैंड में बीजेपी और नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) ने मिलकर सरकार बनाई है। दोनों पार्टियों के गठबंधन ने एनडीपीपी के वरिष्ठ नेता नेफ्यू रियो को मुख्यमंत्री चुना था। शपथ ग्रहण समारोह में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी मौजूद रहे। उनके अलावा, केंद्रीय रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू भी मौजूद रहे। इस समारोह में मणिपुर के मुख्यमंत्री बिरेन सिंह, अरुणाचल प्रदेश के सीएम पेमा खांडू, असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल और मेघालय के सीएम कॉनराड संगमा ने भी शिरकत की।
सूत्रों ने बताया कि राज्य सरकार ने सूचना और जनसंपर्क विभाग के माध्यम से अखबारों में विज्ञापन जारी कर राज्य की जनता को शपथ ग्रहण समारोह के लिए आमंत्रित किया था। अभी तक राज्य में शपथ ग्रहण समारोह इतने बड़े स्तर पर आयोजित नहीं होता था और राज भवन के दरबार हॉल में मुख्यमंत्री तथा मंत्रिपरिषद को शपथ दिलाई जाती थी, जिसमें वीवीआईपी, वीआईपी और शीर्ष नौकरशाह ही उपस्थित रहते थे। रियो इससे पहले भी तीन बार नगालैंड को मुख्यमंत्री के तौर पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं। वह पहली बार साल 2003 से 2008 तक सीएम रहे थे। दूसरी बार 2008-13 तक और तीसरी बार 2013-14 तक वह नगालैंड के मुख्यमंत्री रहे। बता दें कि एनडीपीपी-बीजेपी के गठबंधन ने 60 में से 30 सीटों में जीत हासिल की थी। एनडीपीपी ने जहां 18 सीटें जीती थीं तो वहीं बीजेपी ने 12 सीटों पर जीत हासिल की थी।